रोसारी बायोटेक को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम में पेश शेयरों के मुकाबले 79.4 गुना बोली मिली। बुधवार को इस इश्यू का आखिरी दिन था। आईपीओ की संस्थागत श्रेणी में 85 गुने से ज्यादा आवेदन मिले, वहीं धनाढ्य निवेशकों की श्रेणी में 240 गुना आवेदन मिले। खुदरा श्रेणी में निवेशकों ने 7.2 गुना बोली लगाई। आईपीओ को 6 लाख से ज्यादा आवेदन मिले और उसे 27,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की बोली मिली। आईपीओ की भारी मांग को देखते हुए इसकी कीमत (423-425 रुपये) ऊपरी दायरे में तय होने की संभावना है। ऊपरी स्तर पर कंपनी का बाजार पूंजीकरण आईपीओ के आधार पर 2,207 करोड़ रुपये होगा। ऐक्सिस कैपिटल और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज इस इश्यू के निवेश बैंकर हैं। मार्च में देशव्यापी लॉकडाउन घोषित होने के बाद देसी बाजार का पहला आईपीओ रोसारी है। कोविड-19 महामारी और उसके बाद हुए लॉकडाउन ने कई कंपनियों को अपनी आईपीओ योजना वापस लेने के लिए बाध्य किया। यह कंपनी एफएमसीजी, अपैरल, पोल्ट्री और पशुचारा उद्योग में इस्तेमाल होने वाले केमिकल का विनिर्माण करती है। मार्च 2020 के आखिर में रोसारी बायोटेक का शुद्ध लाभ 65 करोड़ रुपये था जबकि राजसस्व 603 करोड़ रुपये। विश्लेषकों ने कहा, आईपीओ की कीमतें हालांकि आक्रामक हैं, लेकिन आईपीओ के बाद कंपनी की कर्जमुक्त की स्थिति और मार्जिन में विस्तार इसे आकर्षक बनाती है।
