कोरोना का कौन सा बीमा सबसे उम्दा... | |
बिंदिशा सारंग / 07 12, 2020 | | | | |
देश भर में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी होने से भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) ने सभी सामान्य बीमा कंपनियों से 10 जुलाई, 2020 तक अनिवार्य रूप से एक मानक लाभ आधारित स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराने को कहा और कई कंपनियों ने यह बीमा देना शुरू भी कर दिया। मानक योजनाओं से पहले भी कुछ अन्य पॉलिसी शुरू की गई हैं।
पिछले कुछ महीनों में आई इन पॉलिसियों में कोरोनावायरस को कवर किया गया है।
आनंद राठी इंश्योरेंस ब्रोकर्स की पूर्णकालिक निदेशक और मुख्य अधिकारी सुप्रिया राठी ने कहा, 'बाजार में पहले से ही कुछ ऐसी कंपनियां मौजूद हैं, जो कोरोना के लिए विशेष बीमा योजनाएं मुहैया करा रही हैं। हाल के निर्देश से ऐसी पेशकश और लाभों में बढ़ोतरी होने की उम्मीद की जा सकती है।' ऐसे में मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि कौन सी पॉलिसी बेहतर रहेगी?
कोरोना कवच और रक्षक
बीमा कंपनियां दो मानक कोविड-19 स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी मुहैया कराएंगी। कोरोना कवच एक मानक क्षतिपूर्ति आधारित पॉलिसी है, जबकि कोरोना कवच एक निश्चित लाभ योजना है। पॉलिसीबाजार डॉट कॉम के स्वास्थ्य कारोबार प्रमुख अमित छाबड़ा ने कहा, 'बहुत से लोग व्यापक प्लान का वित्तीय बोझ वहन नहीं कर सकते मगर फिर भी बीमा कवर चाहते हैं। इन प्लान की लागत करीब 300 रुपये प्रति महीना आएगी, जबकि एक व्यापक चिकित्सा पॉलिसी की औसत लागत करीब 1,000 रुपये प्रति महीना आती है।'
आईआरडीएआई के मुताबिक कोरोना कवच 3.5 महीनों से लेकर 9.5 महीनों तक कोरोनावायरस संक्रमण या बीमारी के इलाज को कवर करेगी, जिसमें पहले से मौजूद बीमारियों के इलाज की लागत भी शामिल होगी। कोरोना रक्षक पॉलिसी के तहत अगर किसी व्यक्ति को जांच में कोविड-19 संक्रमित पाया जाता है और उसे तीन दिन अस्पताल में भर्ती रखा जाता है तो बीमा कंपनी एक तय राशि (बीमित राशि) का भुगतान करेगी। यूनिवर्सल सोम्पो जनरल इंश्योरेंस के प्रमुख (स्वास्थ्य बीमा) विकास माथुर कहते हैं, 'अगर आपके परिवार में कोई वृद्ध व्यक्ति है मगर उसे पहले से कोई बीमारी नहीं है तो बुनियादी या बेस पॉलिसी पर्याप्त है। लेकिन यदि वरिष्ठ नागरिक को पहले से कोई परेशानी है और खतरा अधिक है तो कोरोना के लिए विशेष कवर के जरिये अतिरिक्त पॉलिसी से बेस पॉलिसी को अन्य इलाज के लिए बचाकर रखने में मदद मिलेगी।
विशेष पॉलिसी
इस साल अप्रैल में जब यह वायरस भारत में फैलने लगा था तो स्टार हेल्थ ऐंड अलाइड इंश्योरेंस, रॉयल सुंदरम जनरल इंश्योरेंस और चोला एमएस जनरल इंश्योरेंस ने इसे कवर करने के लिए पॉलिसी शुरू की थीं। चोला की पॉलिसी बेस कवर के रूप में बीमित राशि के 100 फीसदी के बराबर एकमुश्त लाभ मुहैया कराती है। इसमें बीमित राशि 10, 20, 30, 40 और 50 हजार रुपये हो सकती है। प्रीमियम ज्यादा देंगे तो आपको कुछ और लाभ भी मिलेंगे। उदाहरण के लिए दैनिक नकद लाभ 250 रुपये के गुणक में 1,000 रुपये तक उपलब्ध हैं। ये लाभ बुनियादी बीमित राशि के अलावा हैं। नौकरी जाने की स्थिति में बुनियादी बीमित राशि का 50 फीसदी लाभ मिलता है, जिसके लिए अतिरिक्त लागत चुकानी होती है। स्टार हेल्थ ऐंड अलाइड इंश्योरेंस की पॉलिसी 21,000 रुपये का एकमुश्त लाभ मुहैया कराती है। अगर बीमित व्यक्ति को कोरोनावायरस से संक्रमित पाया जाता है और अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ती है तो 42,000 रुपये मुहैया कराए जाते हैं।
इस पॉलिसी में 16 दिन का वेटिंग पीरियड है, जिसमें चिकित्सा जांच को पहले स्वीकार करने की जरूरत नहीं होती है। इसी तरह रॉयल सुंदरम के ग्राहकों के पास 25,000 रुपये और 50,000 रुपये की बीमित राशि में से किसी एक को चुनने का विकल्प है। हालांकि इस पॉलिसी के तहत मिलने वाले लाभ पॉलिसी शुरू होने के शुरुआती 30 दिन में नहीं मिलेंगे। राठी लोगों को ये नहीं खरीदने का सुझाव देते हैं। उन्होंने कहा, 'जिन लोगों के पास पहले से स्वास्थ्य बीमा है और अगर कोविड-19 की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है तो इलाज पर आने वाला खर्च उनकी मौजूद पॉलिसी में कवर होगा। इसके लिए आईआरडीएआई ने निर्देश जारी किया है। इस वजह से व्यक्ति या उनके परिवारों के लिए व्यापक प्लान खरीदना ज्यादा फायदेमंद होगा।'
इस समय कोविड विशेष प्लान कुछ सौ रुपये में ऑनलाइन उपलब्ध हैं। अगर आप ऐसे व्यक्ति हैं, जिसके पास कोई पॉलिसी (व्यक्तिगत या ग्रुप कवर) नहीं है तो कुछ समय के लिए इन पॉलिसी में किसी एक को खरीदना बेहतर होगा।
आरोग्य संजीवनी
यह एकदम स्पष्ट पॉलिसी है, जिसमें एक उचित कीमत पर अच्छा कवर मिलता है। सभी कंपनियों के लिए आरोग्य संजीवनी मुहैया कराना अनिवार्य किया गया है। सभी कंपनियों की इस पॉलिसी में फीचर समान हैं, केवल कीमत या दावों के अनुपात में अंतर है। आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी कोविड-19 को कवर करती है और विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए एक लाख से पांच लाख रुपये तक का अच्छा स्वास्थ्य कवर मुहैया कराती है। प्रत्येक दावा मुक्त पॉलिसी वर्ष में आपकी बीमित राशि (बोनस को छोड़कर) पांच फीसदी बढ़ेगी। अगर ग्राहक व्यापक कवर का वित्तीय भार नहीं उठा सकता तो कोरोना विशेष कवर अच्छा विकल्प है।
व्यापक स्वास्थ्य पॉलिसी
अगर आपके पास पहले से ही बुनियादी स्वास्थ्य योजना है और आपको यह समझना चाहिए कि सभी स्वास्थ्य प्लान में कोविड-19 समेत सभी बीमारियों का इलाज एवं अस्पताल में भर्ती होना कवर है। लेकिन ऐसे चुनौतीपूर्ण दौर में भारत में औसत मध्य वर्ग परिवार के लिए 5-7 लाख रुपये की बीमित राशि अपर्याप्त साबित हो सकती है। ऐसे में टॉप-अप लेना बेहतर है। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस में अंडरराइटिंग एवं क्लेम प्रमुख संजय दत्ता ने कहा, 'कोरोना कवच का इस्तेमाल उन लोगों को कवर करने में किया जा सकता है, जिनके पास कोई बीमा नहीं है और वे आरोग्य संजीवनी खरीदने में सक्षम नहीं हैं या आपका कार्यालय या निजी बीमा कवर अपर्याप्त है। यह किसी अधिक जोखिम वाले परिवार के सदस्य के लिए अतिरिक्त बीमा का काम कर सकती है। अगर आप कोई बीमा खरीदने के बारे में विचार कर रहे हैं और किफायती बीमा खरीदना चाहते हैं तो आरोग्य संजीवनी बेहतर है।' अगर आप उपर्युक्त दोनों बीमा योजनाओं का बोझ वहन नहीं कर सकते हैं तो कोरोना विशेष पॉलिसी के रूप में कोरोना कवच और कोरोना रक्षक का इंतजार कर सकते हैं।
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