ज़ी लर्न की प्रतिभूतियों में निवेश को अलग करेगी यूटीआई एमएफ | जश कृपलानी / मुंबई July 09, 2020 | | | | |
यूटीआई म्युचुअल फंड ने ज़ी लर्न की प्रतिभूतियों में अपनी दो योजनाओं यूटीआई क्रेडिट रिस्क फंड और यूटीआई मीडियम टर्म फंड के जरिये किए गए निवेश को अलग करने का प्रस्ताव किया है क्योंकि मंगलवार को कंपनी की ऋण प्रतिभूतियों को डाउनग्रेड कर निवेश श्रेणी से नीचे कर दिया गया।
6 जुलाई को यूटीआई क्रेडिट रिस्क फंड की 9 फीसदी परिसंपत्तियां (40.77 करोड़ रुपये)एस्सेल समूह की कंपनी में निवेशित थी, वहीं मीडियम टर्म फंड की परिसंपत्तियों का 3.02 फीसदी (3.4 करोड़ रुपये) उसमें निवेशित था।
इस बीच, इन योजनाओं में सबस्क्रिप्शन की प्रोसेसिंग और रीडम्पशन इस घटनाक्रम के दिन से पोर्टफोलियो को अलग करने के लिए बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की मंजूरी मिलने तक स्थगित रहेगा।
केयर रेटिंग्स ने अपने नोट में कहा है कि ढांचे के तहत ज़ी लर्न को गैर-परिवर्तनीय ऋणपत्र से संबंधित देनदारी तय तारीख से कम से कम 30 दिन पहले चुकानी थी और भुगतान में कमी की स्थिति में ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज बाकी रकम डेट सर्विस रिजर्व अकाउंट में डालेगी और वह भी 2 जुलाई की तय तारीख से कम से कम सात दिन पहले।
इसमें कहा गया है, हालांकि परिचालन के स्तर पर नकदी प्रवाह पर भारी अवरोध के कारण ज़ी लर्न अभी तक डेट सर्विस रिजर्व अकाउंट में रकम नहीं डाली है। 2 जुलाई, 2020 को ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज ने भी इस खाते में रकम नहीं डाली थी।
इस ढांचे के हिसाब से चलने और एनसीडी के भुगतान में कमी की फंडिंग न होने पर रेटिंग एजेंसी ने कहा कि एनसीडी को क्रेडिट में इजाफे का फायदा नहीं दिया गया।
एए क्रेडिट एनहांसमेंट से डाउनग्रेड कर नकारात्मक परिदृश्य के साथ बी रेटिंग में बुधवार को देय (8 जुलाई) एनसीडी भुगतान में संभावित डिफॉल्ट का ध्यान रखा गया है।
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