कैपजेमिनाई ने वेतन बढ़ाया, कर्मियों को पदोन्नति दी | विभु रंजन मिश्रा / बेंगलूरु July 07, 2020 | | | | |
कठिन समय में निजी क्षेत्र की ज्यादातर भारतीय कंपनियों ने वेतन बढ़ोतरी रोक दी और वेतन में कटौती की, वहीं कई कंपनियों ने कर्मचारियों की छंटनी की। लेकिन आईटी कंपनी कैपजेमिनाई ने देश के सभी कर्मचारियों का वेतन बढ़ाया है और पदोन्नति भी दी है।
फ्रांस की कंपनी ने 1 अप्रैल से ग्रेड ए और बी वाले कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी की घोषणा की थी, जो उनके कुल कर्मियों का करीब 70 फ ीसदी है। अब कंपनी ने बाकी कर्मचारियों मसलन मध्यम व वरिष्ठ स्तर के कर्मियों का वेतन बढ़ाया है और यह 1 जुलाई से प्रभावी होगा। कैपजेमिनाई इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी अश्विन यार्डी ने इस बात की पुष्टि की।
उन्होंने कहा, न सिर्फ आईटी क्षेत्र में बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी हमारी कंपनी भारत में शायद पहली कंपनी है जिसने ऐसे समय मेंं वेतन में बढ़ोतरी की है। निश्चित तौर पर पात्रता के मानदंड हैं। लेकिन पूरे संगठन मेंं हमने वेतन बढ़ोतरी और पदोन्नति की घोषणा की है, वहीं वेरिएबल का भुगतान अप्रैल में ही कर दिया गया है। वेतन बढ़ोतरी एक अंक मेंं है, लेकिन स्तर ऊंचा है।
आईबीएम व एक्सेंचर के बाद कैपिजेमिनाई आज भारत में तीसरी सबसे बड़ी बहुराष्ट्रीय आईटी नियोक्ता है। भारत में कंपनी के करीब 1.25 लाख कर्मचारी हैं, जो वैश्विक कर्मचारी आधार का 50 फीसदी से ज्यादा है। अल्ट्रान के अधिग्रहण से पहले कर्मचारियों की संख्या 1.10 लाख थी।
पैरिस मुख्यालय वाली कंपनी का वेतन बढ़ोतरी व पदोन्नति का फैसला ऐसा समय मेंं देखने को मिला है जब देश में टीसीएस, इन्फोसिस व विप्रो समेत भारतीय व वैश्विक आईटी कंपनियों ने वेतन बढ़ोतरी रोकने का फैसला लिया है क्योंकि वे महामारी के कारण कारोबार पर पडऩे वाले असर से निपटने के लिए नकदी संरक्षित करना चाहती हैं। कई निजी कंपनियों ने वेतन में भारी कटौती की है और नई नियुक्तियों पर प्रभावी रोक के अलावा कर्मियों की छंटनी भी की है।
सीईओ ने कहा कि कंपनी इस समय छंटनी नहीं करेगी बल्कि पिछले वर्षों की तरह प्रदर्शन से संबंधित सामान्य समीक्षा करेगी, जिसके कारण कुछ कर्मचारियों की निकासी हो सकती है। उन्होंने कहा, हम जनवरी-दिसंबर के प्रदर्शन चक्र का अनुपालन करते हैं और पारंपरिक तौर पर निचले पायदान वाले 4 से 5 फीसदी कर्मचारियों को प्रदर्शन मेंं सुधार के दायरे में रखा जाता है। सामान्य तौर पर उन्हें प्रदर्शन सुधारने के लिए 2-3 महीने का समय दिया जाता है। इस साल कोविड के चलते हुए लॉकडाउन से इस प्रक्रिया में देर हुई है।
सीईओ ने कहा कि नई नियुक्तियों के मामले में कंपनी को साल के लिए योजना दुरुस्त करनी पड़ेगी और यह यह शुरुआती अनुमान से अलग नहीं होगी।
साल की शुरुआत में कंपनी ने 25,000 लोगों की नियुक्ति का संकेत दिया था, जिसमें 15,000 लेटरल नियुक्ति शामिल है। लेटरल नियुक्ति की रफ्तार बनी हुई है, लेकिन इंजीनियरिंग कॉलेज में आठवें समेस्टर में देरी से फ्रेशर्स की नियुक्ति में देर हुई। सीईओ ने कहा कि कंपनी अपने हर पेशकश का सम्मान करेगी, जो उसने की है। उन्होंने कहा, पिछले तीन महीने में हमने करीब 3,000 लोगों की नियुक्ति की है, जो लेटरल नियुक्ति है।
|