कोरोना के दौरान डिजिटल अभियान में रेलटेल अग्रणी | शाइन जैकब / नई दिल्ली July 05, 2020 | | | | |
कोविड महामारी और उसके बाद लगाए लॉकडाउन भारतीय रेलवे के डिजिटल पहलों और उसकी डिजिटल शाखा रेलटेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के कारोबार को बढ़ावा देने वाला साबित हुई है। एक ओर जहां पिछले तीन महीनों में ई-ऑफिस के पहल को मजबूती मिली है वहीं इस दौरान रेलटेल के वाणिज्यिक बैंडविड्थ का उपयोग 1.5 गुना हो गया है और इसके खुदरा बैंडविड्थ का इस्तेमाल 2.25 गुना हो गया है।
विगत तीन महीनों में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) के तौर पर जाना जाने वाला इसके डिजिटल प्लेटफॉर्म के ई-ऑफिस के उपयोगकर्ताओं की संख्या 1,00,000 के पार हो चुकी है। दिलचस्प है कि सरकारी अधिकारियों के बीच ई-ऑफिस का इस्तेमाल ई-फाइलों की संख्या 1,30,000 से बढ़कर 4,05,000 और ई-रसीदों की संख्या 4,50,000 से बढ़कर 10.7 लाख होने के साथ ही तेजी से बढ़ी है। इस प्रकार मार्च के अंत से रेलवे में तेजी से डिजिटल विस्तार पर ध्यान गया है।
रेलटेल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पुनीत चावला ने कहा कि वाणिज्यिक बैंडविड्थ की मांग में 1.5 गुने की वृद्धि हुई है और इसी दौरान खुदरा ब्रॉडबैंड ब्रांड रेलवायर के लिए बैंडविड्थ की खपत की वृद्धि 2.25 गुना रही। इस दौरान कंपनी के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठकें 25 गुना बढ़कर 3,34,000 मानव मिनटों से बढ़कर 86 लाख मानव मिनट हो गई।
चावला ने कहा, 'वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, इंटरनेट लीज लाइन, ब्रॉडबैंड सेवाएं, क्लाउड सेवाएं और डेटा सेवाओं सहित हमारी लगभग सभी सेवाओं में लॉकडाउन के बाद तेजी नजर आई।' कंपनी ने क्लोज-सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) लगाने जैसी अपनी प्रमुख परियोजनाओं पर भी काम करना शुरू कर दिया है। इसके पहले चरण में 300 स्टेशनों में सीसीटीवी लगाने योजना थी और रेलटेल 215 स्टेशनों में इसका काम पूरा कर लिया था। उन्होंने कहा, 'एक हफ्ते पहले हमने इस काम को फिर से आरंभ कर दिया है। लॉकडाउन के दौरान हमने उन 54 स्टेशनों पर सीसीटीवी लगाया, जहां से प्रवासी श्रमिकों को ले जाने वाली ट्रेनें शुरू होनी थी।'
कंपनी ने 6,124 स्टेशनों में सीसीटीवी लगाने के लिए 25 जून को रेल मंत्रालय के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया। इसके अलावा कंपनी ने 7,020 प्रीमियम ट्रेन कोचों में भी सीसीटीवी लगाने के लिए निविदा जारी की है।
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