देश की दो बड़ी कंपनियों- जेनपैक्ट लिमिटेड और यूपीएल कॉरपोरेशन की मौजूदा रेटिंग बरकरार रहेगी। रेटिंग एजेंसी मूडीज के अनुसार, यदि भारत की रेटिंग को घटाकर 'बीए1' किया गया तो भी इन दोनों कंपनियों की मौजूदा रेटिंग बरकार रहेगी। इन दोनों कंपनियों की मौजूदा रेटिंग 'बीएए3 स्थिर' है। रेटिंग एजेंसी ने एक बयान में कहा कि सॉवरिन से ऊपर रेटिंग के लिए पांच भारतीय कंपनियों ने निर्धारित मानदंडों को पूरा किया है। ये वित्तीय तौर पर दमदार कंपनियां हैं जिन्हें वैश्विक बाजारों से उल्लेखनीय आय होती है। इन पांच कंपनियों में टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज (टीसीएस, बीएए1 नकारात्मक), इन्फोसिस (बीएए1 नकारात्मक) और रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल, बीएए2 नकारात्मक) को सॉवरिन से ऊपर रेटिंग दी गई है। टीसीएस, इन्फोसिस और आरआईएल कमजोर रेटिंग के बावजूद अपने निवेश ग्रेड का दर्जा बरकरार रख पाएंगी। लेकिन सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों को निवेश ग्रेड की रेटिंग खोनी पड़ सकती है। ओएनजीसी और पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड की क्रेडिट गुणवत्ता भी सॉवरिन के मुकाबले दमदार है।
