केंद्र सरकार ने खुदरा कारोबारियों द्वारा खुले खाद्य तेल की बिक्री को रोकने के लिए राज्यों को कानून का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। गुरुवार देर शाम उपभोक्ता मामलों की प्रधान सचिव निधि खरे की ओर से जारी परामर्श में कहा गया है, 'यह अनुरोध किया जाता है कि मिलावट को रोकने का कानून लागू किया जा सकता है और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया जा सकता है कि वे वे खाद्य तेल को पहले से पैकिंग किए गए जिंस के रूप में बिक्री सुनिश्चित करें। इसकी बिक्री निर्धारित तरीके से हो, खुले रूप में बिक्री न हो।' उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय को खुले खाद्य तेल में मिलावट की तमाम शिकायतें मिली हैं, जो कभी कभी एकदम अलग सामग्री हो जाती है। उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि खुले खाद्य तेल में प्रतिबंधित रसायन तक मिला दिए जाते हैं और इसके माध्यम से खुदरा कारोबारी भारी मुनाफा कमाते हैं। इस तरह के उत्पाद ग्राहकों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। इस तरह का तेल खाने से ग्राहक अक्सर बीमार पड़ जाते हैं और धीरे धीरे वह गंभीर रूप से बीमार हो जाते हैं। विनिर्माता सामान्यतया ज्यादा मात्रा होने पर टिन में या ड्रम में तेल भेजते हैं। लेकिन मिलावट खुदरा बिक्री के स्तर पर होती है और वे बहुत गरीब और कम मात्रा में तेल खरीदने वालों को मिलावटी तेल देते हैं। सड़क के किनारे खाद्य सामग्री बेचने वाले भी खुला तेल खरीदना पसंद करते हैं। कुछ प्रमुख कंपनियों ने तेल का छोटा पैकेट उतारा है, लेकिन खुदरा कारोबारियों की खुले तेल की बिक्री के सामने छोटे पैक टिक नहीं पाते। केंद्र के परामर्श में कहा गया है, 'विभाग को कई शिकायतें मिली हैं कि खुदरा कारोबारी गुणवत्ता के मानकों का पालन किए बगैर खुले खाद्य तेल की बिक्री कर रहे हैं। इस सिलसिले में कानून बनाया गया है कि खाद्य तेलों की बिक्री पहले से पैक करके की जाए और पहले से तय आकार के पैकिंग में इसकी बिक्री हो। विभाग ने लीगल मेट्रोलॉजी (पैकेज्ड कमोडिटी) के नियंत्रक को भी परामर्श जारी कर कहा है कि वह लीगल मेट्रोलॉजी नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करें।' सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) के कार्यकारी निदेशक बीवी मेहता ने कहा, 'भारत में खुले तेल की बिक्री कई साल से प्रतिबंधित है, लेकिन इस कानून को कभी लागू नहीं किया गया। राज्य सरकारों को अब निश्चित रूप से सख्ती बरतनी चाहिए।'विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा देश का विदेशी मुद्रा भंडार 26 जून को समाप्त सप्ताह के दौरान 1.27 अरब डॉलर बढ़कर 506.84 अरब डॉलर पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। इससे पूर्व 19 जून को समाप्त हुए सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.08 अरब डॉलर घटकर 505.57 अरब डॉलर रह गया था। पांच जून को समाप्त सप्ताह में पहली बार देश का विदेशी मुद्रा भंडार 500 अरब डॉलर के स्तर से ऊपर चला गया था। भाषा
