जून में औसत कारोबार दोगुना | सुंदर सेतुरामन / मुंबई July 03, 2020 | | | | |
एक ओर जहां अर्थव्यवस्था के ज्यादातर क्षेत्र दबाव का सामना कर रहे हैं, वहीं शेयर बाजार में गतिविधियां बढ़ गई हैं। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज और बीएसई में नकदी बाजार में कारोबार जून में सालाना आधार पर करीब दोगुना हो गया। एनएसई में जून में रोजाना औसत कारोबार 61,400 करोड़ रुपये पर पहुंच गया और इस तरह से सालाना आधार पर उसमें 95 फीसदी की उछाल दर्ज हुई। बीएसई में रोजाना औसत कारोबार जून, 2019 के मुकाबले दोगुना होकर 5,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह जानकारी आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की तरफ से संग्रहित आंकड़ों
से मिली।
एक्सचेंज के प्लेटफॉर्म पर इक्विटी व करेंसी डेरिवेटिव और म्युचुअल फंड ट्रेडिंग भी वॉल्यूम के लिहाज से बेहतर रहा। विशेषज्ञों ने कहा, व्यापक बाजारों में खरीदारी का माहौल और नए निवेशकों के प्रवेश से वहां की गतिविधियां मजबूत रही।
मोतीलाल ओसवाल ब्रोकिंग ऐंड डिस्ट्रिब्यूशन के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्याधिकारी अजय मेनन ने कहा, जून में वॉल्यूम में बढ़ोतरी मुख्य रूप से बाजार के उतारचढ़ाव और मिडकैप व स्मॉलकैप शेयरों को लेकर सकारात्मक अवधारणा के कारण हुई। साथ ही वर्क फ्रॉम होम भी क्लाइंटों को डिजिटल माध्यम से बाजार के साथ जुडऩे में मदद कर रहा है। विभिन्न ब्रोकिंग हाउस के कुल खातों में से करीब 60 फीसदी नए निवेशक हैं और उनमें से कई छोटे व मझोले शहरोंं के हैं।
विशेषज्ञों ने कहा, खाते का ऑनलाइन खुलना और सहूलियत भरा मोबाइल ऐप्लिकेशन नए निवेशकोंं को इक्विटी बाजार में प्रवेश में मदद कर रहा है।
क्रॉससीज कैपिटल सर्विसेज के प्रबंध निदेशक राजेश बहेती ने कहा, राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन की घोषणा के बाद से काफी लोग ट्रेडिंग में उतर गए। युवाओं के बीच ऑनलाइन खाता खोलने व ट्रेडिंग शुरू करने को लेकर जोश रहा। यह अनिवार्य तौर पर कोविड के बाद की प्रवृत्ति है और समय काटने के लिए इसकी शुरुआत हुई। इसके अतिरिक्त कीमतें भी मार्च में आकर्षक थीं और निवेशकों ने उस अवधि में कमाई, जिससे उनका उत्साह बढ़ा।
अब तक के सर्वोच्च स्तर से 40 फीसदी तक टूटने के बाद बाजार में तेज सुधार हुआ है। बेंचमार्क निफ्टी जून तिमाही में 20 फीसदी उछला, जो 11 साल की सबसे अच्छी तिमाही रही। साथ ही स्मॉल व मिडकैप शेयरों में भी भारी बढ़ोतरी देखने को मिली।
इक्विटी डेरिवेटिव में एनएसई की एकाधिकार वाली स्थिति है और जून में वहां रोजाना औसत कारोबार सालाना आधार पर 23 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 16.7 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
चूड़ीवाला सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक आलोक चूड़ीवाला ने कहा, लॉकडाउन में बढ़ोतरी लोगों को व्याकुल बना रहा है। वॉल्यूम में काफी बढ़ोतरी हुई क्योंकि खाता खोलने से लेकर ट्रेडिंग की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन उपलब्ध है। नए निवेशकों की बाजार में दिलचस्पी दिखी। साथ ही नई पीढ़ी के निवेशक डेरिवेटिव ट्रेडिंग में भी हाथ आजमा रहे हैं।
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