फेयर के बदले केयर पर विचार संभव | विवेट सुजन पिंटो / मुंबई June 27, 2020 | | | | |
हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) के स्किन-लाइटेनिंग ब्रांड फेयर ऐंड लवली ने भारत में करीब चार दशक के दौरान त्वचा में निखार की मार्केटिंग करते हुए पूरा बाजार तैयार किया। करीब 2,000 करोड़ रुपये के इस ब्रांड की निखार संबंधी उत्पादों के करीब 5,000 करोड़ रुपये के बाजार में 40 फीसदी हिस्सेदारी है। लेकिन कंपनी ने अब इसे एक नई पहचान देने का निर्णय लिया है।
एचयूएल ने अपने इस ब्रांड का नाम बदलने की प्रकिया शुरू कर दी है। उद्योग के आंतरिक सूत्रों ने कहा कि कंपनी ने अपने इस उत्पाद के लिए नया नाम 'ग्लो ऐंड लवली' के साथ कंट्रोलर जनरल ऑफ पेटेंट डिजाइन ऐंड ट्रेडमार्क में आवेदन किया है। संपर्क करने पर एचयूएल के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी फिलहाल नए नाम की पुष्टि नहीं कर सकती है।
प्रवक्ता ने कहा, 'किसी भी ब्रांड के लिए ट्रेडमार्क की सुरक्षा काफी महत्त्वपूर्ण होता है और इस मामले में हमने 2018 में कई ट्रेडमार्क के लिए आवेदन किया था। उनमें से कुछ ट्रेडमार्क को पंजीकृत भी किया गया लेकिन कुछ आवेदन अब भी लंबित हैं। हम किसी अन्य ब्रांड नाम को पंजीकृत कराने का विकल्प भी चुन सकते हैं।'
ब्रांड विशेषज्ञों का मानना है कि एचयूएल अन्य विकल्पों पर भी गौर कर सकती है जिसमें फेयर ऐंड लवली के लिए केयर ऐंड लवली नाम उपयुक्त हो सकता है।
मुंबई की सलाहकार फर्म टीआरए रिसर्च के मुख्य कार्याधिकारी एन चंद्रमौलि ने कहा, 'एचयूएल द्वारा विपणन स्तर पर बदलाव शुरू किया जा रहा है। इस उत्पाद के फॉर्मूलेशन में कोई बदलाव नहीं होगा और इसका मतलब यह हुआ कि निखार की विशेषता बरकरार रहेगी। लेकिन एचयूएल अब
खुले तौर पर निखार की पैरवी नहीं करेगी।' टीआरए रिसर्च
ने वार्षिक ब्रांड ट्रस्ट रिपोर्ट जारी की है।
निहिलेंट हाइपर कलेक्टिव के वैश्विक क्रिएटिव ऑफिसर एवं जानेमाने एडमैन केवी श्रीधर ने कहा कि निखार का परोक्ष संदर्भ चुनौतियों से भरा होगा। उन्होंने कहा, 'हां, बाजार हिस्सेदारी के संदर्भ में इसका लघु अवधि में कुछ प्रभाव दिख सकता है। लेकिन सौन्दर्य के एक समग्र दृष्टिकोण से कई अन्य श्रेणियों में भी उसकी मौजूदगी दिख सकती है जहां निखार संभवत: नहीं होगा। एचयूएल भी इस पर गौर कर रही होगी।'
बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में एचयूएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक संजीव मेहता ने कहा कि फेयर ऐंड लवली के संदर्भ में रणनीति में बदलाव कुछ साल पहले ही शुरू हो गया था। एचयूएल ने फेयर ऐंड लवली को फेयरनेस क्रीम के बजाय स्किनकेयर ब्रांड के तौर पर आगे बढ़ाया और 2019 के आरंभ से ही कंपनी त्वचा में चमक पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
|