मार्च, 2020 में समाप्त तिमाही में इंडिया सीमेंट्स का कर पूर्व नुकसान 171.11 करोड़ रुपये रहा जबकि कंपनी ने पिछले साल की समान अवधि में 62.17 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ दर्ज किया था। कंपनी की कुल आय इस अवधि में 26 फीसदी घटकर 1,169.92 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 1,581.38 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी के वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक एन श्रीनिवासन ने कहा, जहां तक कंपनी का सवाल है, हमने बुरे वक्त को पीछे छोड़ दिया है और आने वाला समय बेहतर होगा। मुझे लगता है कि महामारी के कारण हुए आर्थिक व्यवधान के बाद रिकवरी तेज होगी। जहां भी बाजार खुले हैं, वहां मांग बहुत बुरा नहीं है और यह उम्मीद से बेहतर है। कंपनी ने अब सालाना कारोबारी योजना की जगह तिमाही योजना का अनुपालन का फैसला लिया है। बेहतर मॉनसून से ग्रामीण मांग बेहतर रही है। कोविड-19 के बाद दोबारा खुलने के बाद कंपनी ने कैश ऐंड कैरी सिस्टम अपनाया है जहां वह सीमेंट उधार नहीं बेचती और सीमेंट आधारित भुगतान की पेशकश करती है। कोविड के कारण कंपनी को 150 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान हुआ है और उत्पादन लागत घटाकर इसमें कमी लाई गई है और इस तरह से शुद्ध असर 55-60 करोड़ रुपये के राजस्व का रहा है। श्रीनिवासन ने कहा, प्रबंधन का स्थायित्व बना रहेगा और अरबपति स्टॉक ब्रोकर आर के दमानी और उनकी फैमिली की तरफ से इंडिया सीमेंट्स के अधिग्रहण से संबंधित खबरें गलत है। यह पूछे जाने पर कि क्या दमानी समूह इंडिया सीमेंट्स के अधिग्रहण की कोशिश कर रहा है, उन्होंंने कहा कि कंपनी पहले ही सेबी को सूचित कर चुकी है कि यह खबर गलत है। उन्होंने कहा, दमानी सम्मानित व्यक्ति हैं और उन्होंने इंडिया सीमेंट्स में कुछ रकम निवेश करने का फैसला लिया है। कंपनी 70 साल से ज्यादा समय से काम कर रही है और कंपनी सीमेंट का उत्पादन जारी रखेगी।
