टीवीएस समूह की इकाई सुंदरम फास्टनर्स ने कहा है कि चीन में उसका कारोबार लगातार मुनाफे में है और कंपनी को नहीं लगता है कि चीन में उसके कारोबार पर किसी तरह का प्रभाव पड़ेगा। सुंदरम फास्टनर्स का कुल कारोबार करीब 8.5 अरब डॉलर का है। सुंदरम फास्टनर्स की जेएमडी अरुंधति कृष्णा ने कहा, 'चीन में हम पिछले 15 वर्षों से कारोबार कर रहे हैं। हमने चीन के बाजार को समझा है। चीन के स्थानीय ग्राहक अब सुंदरम को एक भरोसेमंद आपूर्तिकर्ता के तौर पर पहचानते हैं। पिछले दो वर्षों के दौरान हमने 8 फीसदी सीएजीआर के साथ वृद्धि दर्ज की है।' कृष्णा ने कहा कि हमारे संयंत्र का परिचालन लाभप्रद है और वहां फास्टनर, बियरिंग हाउसिंग एवं कास्टिंग का उत्पादन किया जाता है। कंपनी ने चीन में अपने परिचालन के मौजूदा स्तर के लिए पर्याप्त रूप से निवेश किया है। कोविड-19 के प्रभाव के बारे में पूछे जाने उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत जनवरी 2020 में चीनी नव वर्ष के दौरान हुई थी और उसका प्रभाव फरवरी और मार्च 2020 तक रहा। अप्रैल से कंपनी का परिचालन पूरी क्षमता के साथ सुचारु हो गया। कोविड-19 और चीन विरोधी भावनाओं की पृष्ठभूमि में चीन से बाहर जाने के मुद्दे पर कृष्णा ने कहा कि उनकी कंपनी चीन में अपना कारोबार जारी रखेगी और स्थानीय बाजार की जरूरतों को पूरा करेगी। उन्होंने कहा, 'फिलहाल चीन में हमारे कारोबार पर इस तरह का कोई प्रभाव नहीं दिख रहा है। हमारी रणनीति दोनों बड़ी अर्थव्यवस्थाओं- भारत और चीन- में मौजूद रहने की है।' गौरतलब है कि भारत कंपनियों को चीन से बाहर स्थानांतरित होने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है क्योंकि घरेलू और वैश्विक स्तर पर चीन विरोधी लहर बढ़ रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कोविड-19 प्रकोप के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया है। इसके अलावा दोनों देशों के बीच बढ़ते व्यापार युद्ध एवं भारत और चीन के बीच हालिया सीमा विवाद के मद्देनजर चीन के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है। कुछ साल पहले कंपनी ने अपने कारोबार के आंतरिक एकीकरण और बाजार में अपनी पैठ बढ़ाने एवं ग्राहकों तक अपनी पहुंच बनाने के लिए एक फाउंड्री स्थापित की थी। सुंदरम फास्टनर्स लिमिटेड (एसएफएल) चाइना की कमाई अच्छी होने लगी है। करीब 15 वर्षों के बाद कंपनी ने चीन में अपनी सहायक इकाई- सुंदरम फास्टनर्स (झेजियांग) लिमिटेड को शुरू किया जिसकी राजस्व आय 250 करोड़ रुपये से अधिक है।
