मॉल दुकानदारों को मिलेगी राहत | राघवेंद्र कामत, विवेट सुजन पिंटो और समरीन अहमद / मुंबई/बेंगलूरु June 22, 2020 | | | | |
इनऑर्बिट, फीनिक्स और ब्रिगेड जैसे भारत के प्रमुख मॉल डेवलपर किराये के समझौते को लेकर खुदरा कारोबारियों के साथ नए सिरे से काम कर रहे हैं, जिससे मतभेद सुलझाए जा सकें। ज्यादातर शहरों में मॉल खोलने के सरकार के फैसले को देखते हुए यह कवायद की जा रही है।
इन फर्मों के अधिकारियों ने बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में कहा कि मौजूदा किराये में छूट से लेकर कम अवधि के लिए किराया टालने और 50 प्रतिशत तक किराया माफ करने के विकल्प तलाशे जा रहे हैं।
फीनिक्स मिल्स के प्रबंध निदेशक शिशिर श्रीवास्तव ने कहा कि किरायेदारों के लिए 3 महीने का किराया टालने को लेकर काम हो रहा है। श्रीवास्तव ने कहा, 'हम अपने किरायेदारों के साथ अलग अलग बात कर रहे हैं। हम पूरी तरह से माफी की राह नहीं अपना रहे हैं। लेकिन हम इस पर ध्यान दे रहे हैं कि किरायेदारों का क्या कहना है और आपस में सहमति वाला विकल्प तलाश रहे हैं।'
इनऑर्बिट मॉल्स के मुख्य कार्याधिकारी रजनीश महाजन ने कहा कि कंपनी अप्रैल से अगस्त तक किरायेदारों को किराये में 50 प्रतिशत की छूट दे रही है। बेंगलूरु में ओरियन मॉल की मालिक ब्रिगेड ग्रुप के विपणन प्रमुख राहुल मल्होत्रा ने कहा कि कंपनी लॉकडाउन के महीनों के दौरान किराये में 50 प्रतिशत छूट देने को सहमत हुई है।
बड़े कारोबारियों जैसे उत्तर भारत मेंं डीएलएफ और दक्षिण के प्रेस्टिज समूह ने लॉकडाउन अवधि के दौरान नियत किराया यह कहते हुए माफ कर दिया कि खुदरा कारोबारी हमारे साझेदार हैं और उनको लेकर कंपनी को पूरी सहानुभूति है। डीएलएफ लिमिटेड ने पिछले सप्ताह एक पत्र में कहा था, 'हम सभी लोग राजस्व न आने के संकट से जूझ रहे हैं, जबकि बाहरी शेयरधारकों की वित्तीय देनदारी बनी हुई है। हमने अपने किरायेदार साझेदारों से किराये को लेकर काम किया है।' वहीं प्रेस्टिज ने कहा है कि किराया माफी कुछ शर्तों को पूरा करने पर की जाएगी।
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