खुदरा और एमएसएमई से आएगी कर्ज की मांग | सोमेश झा / June 22, 2020 | | | | |
बीएस बातचीत
पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) को भरोसा है कि चल रही महामारी की वजह से उसकी बैलेंस सीट पर कोई असर नहीं होगा। बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी एसएस मल्लिकार्जुन ने सोमेश झा से इस साल की बैंक की योजनाओं व विभिन्न मसलों पर बात की। प्रमुख अंश...
आप इस साल कर्ज में 6 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं, जबकि पहले 12 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया गया था। किस क्षेत्र के कर्ज में वृद्धि होगी?
सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यमों (एमएसएमई) को लेकर बैंक की प्रतिबद्धताएं व उनकी जरूरतें हैं, जो कोविड-19 की वजह से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। वह सामान्य स्थिति में आने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि अक्टूबर में खासकर एमएसएमई के कुछ क्षेत्रों में जोरदार वापसी होगी। आतिथ्य क्षेत्र व ट्रैवल में सुधार में देरी हो सकती है, लेकिन कम श्रम और तकनीक पर निर्भर क्षेत्रों में तेजी से सुधार होगा। हम उम्मीद कर रहे हैं कि खुदरा और एमएसएमई क्षेत्र से कर्ज की मांग में तत्काल तेजी आएगी, लेकिन बड़े क्षेत्रों में सुधार जनवरी और उसके बाद शुरू होगा।
आपका कर्ज पोर्टफोलियो कितना प्रभावित होगा?
इस समय आतिथ्य क्षेत्र से हमें समस्या नहीं है। सिर्फ टेलीकॉम क्षेत्र से दिक्कत आ सकती है। लेकिन टेलीकॉम में बैंक गारंटी सरकार के पक्ष में दी गई है। इसलिए इस क्षेत्र से भी मैं कोई दर्ज महसूस नहीं कर रहा हूं, लेकिन इस समय यह क्षेत्र कठिन दौर से गुजर रहा है। मुझे नहीं लगता कि हमारा बैलेंस सीट बहुत ज्यादा प्रभावित होगा।
आप इस साल हर तिमाही में शुद्ध लाभ की उम्मीद कर रहे हैं, भरोसे का राज क्या है?
हमारी उम्मीदें प्रदर्शन के वैज्ञानिक समझ पर आधारित है। पहली दो तिमाहियों में ट्रेजरी हमें लाभ देगा। मार्च से सरकारी प्रतिभूतियों की कीमत गिर रही है। रिजर्व बैंक रीपो रेट घटा रहा है, जिससे जी. सेक की कीमतें घट रही हैं। हमें पहली तिमाही में ही यील्ड का लाभ हुआ है। इस तिमाही में हमने 1,100 करोड़ रुपये लाभ हुआ है, जो सामान्यतया तिमाही में 400 से 500 करोड़ रुपये होता है। दूसरी तिमाही में भी यही स्थिति रहेगी। वित्त वर्ष की पहली तिमाही में हम ट्रेजरी से 1,8000 करोड़ रुपये कमा सकते हैं।
आप पूरे साल में कितने शुद्ध मुनाफे की उम्मीद कर रहे हैं?
अभी यह आकलन जल्दबादी होगी क्योंकि हम अभी विलय की गई इकाइयों की ओपनिंग बैलेंस सीट तैयार करने की प्रक्रिया में हैं, जो अगले 2-3 सप्ताह में तैयार हो जाएगी। हम पूंजीगत जरूरतों का भी आकलन करेंगे। बोर्ड की अगली बैठक में हम कारोबार की जरूरतों व मुनाफे का नए सिरे से आकलन करेंगे।
आपने कहा है कि आपके बैंक में सरकार की हिस्सेदारी ज्यादा है और यह करीब 85 प्रतिशत पहुंच गई है। क्या ऐसी स्थिति में आप कहीं और से समर्थन लेंगे?
हम हर तरफ से विकल्प तलाशेंगे, जिसमें क्यूआईपी (क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट) से लेकर जनता के बीच जाने और जीवन बीमा निगम (अगर उनकी रुचि है) से बात करने का विकल्प शामिल है। हमारे पास टियर-1 और टियर-2 कैपिटल का विकल्प भी है। हमने पिछले साल सितंबर में न्यूनतम सार्वजनिक हिस्सेदारी 25 प्रतिशत रखने की सीमा तोड़ दी है। अब हम अगले दो साल में सरकारी हिस्सेदारी कम करेंगे। सरकार के पास जाने के बजाय बाजार में जाना बेहतर विकल्प होगा।
गैर प्रमुख संपत्तियों को बेचना कितना आसान होगा?
गैर प्रमुख संपत्तियों को दो हिस्सों में बांटा जा सकता है- रियल एस्टेट और संयुक्त उद्यमों व एसोसिएट्स में निवेश। हमारी हिस्सेदारी कम करने की कोई योजना नहीं है क्योंकि बाजार में हम अपने ब्रांड का नाम बनाए रखना चाहते हैं। हमने दिल्ली में अपना पुराना मुख्यालय बेचने के लिए पहले ही विज्ञापन दे दिया है। दिल्ली में 8 मंजिल हमारे पास है, जिनमें से 3-4 मंजिल हम अपने पास रखेंगे और अन्य 4 को बेचेंगे। हमने एक फ्लोर पहले ही बेच दिया है। इसके अलावा एकीकरण के बाद, हमारे पास बहुत प्रॉपर्टी आई है, जिसका कोई इस्तेमाल नहीं है और हम उन्हें बेचने पर विचार कर रहे हैं। कुछ बिक्री मार्च के पहले हो सकती है और इससे हमें 300 से 400 करोड़ रुपये मिल सकते हैं।
पीएनबी हाउसिंग फाइनैंस की क्या स्थिति है?
हम पीएनबी हाउसिंग फाइनैंस में अपनी हिस्सेदारी जारी रखेंगे। हम चाहते हैं कि कंपनी आगे बढ़े। हाउसिंग फाइनैंस कंपनियां रियल एस्टेट में निवेश के कारण संकट में आ रही हैं।
क्या विलय के बाद दो बीमा कंपनियों में हिस्सेदारी रखने को लेकर बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण ने किसी प्रावधान से छूट दी है?
इस तरह का कोई सनसेट क्लॉज नहीं है। हम दोनों कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी जारी रख सकते हैं।
विलय प्रक्रिया में क्या काम बचा हुआ है?
प्रमुख भूमिका में सभी पोस्टिंग कर दी गई है। 1 जुलाई से हम सांगठनिक पुनर्गठन पूरा करेंगे। तकनीक के एकीकरण के विभिन्न पहलू हैं, जिनमें कोर बैंकिंग और इससे संबंधित ऐप्लिकेशन और एटीएम शामिल हैं। हम बाद वाले हिस्से को सितंबर तक कर लेंगे। कोर बैंकिंग के एकीकरण में कुछ वक्त लगेगा। हम दिसंबर तक पूरी तरह से एक बैंक हो जाएंगे और अन्य काम मार्च 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा।
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