आईसीआईसीआई बैंक ने बेची आईसीआईसीआई लोम्बार्ड की हिस्सेदारी | सुब्रत पांडा / मुंबई June 20, 2020 | | | | |
निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक ने शुक्रवार को अपनी सामान्य बीमा इकाई आईसीआईसीआई लोम्बार्ड की 3.96 फीसदी हिस्सेदारी 2,250 करोड़ रुपये में बेच दी। कोरोना महामारी को देखते हुए बैंक की बैलेंस शीट को मजबूत बनाने के लिए यह सौदा किया गया क्योंकि इस महामारी के कारण बैंक के फंसे कर्ज की समस्या और गंभीर होने की आशंका है।
एक्सचेंज को दिए बयान में बैंक ने कहा, बैंक के बोर्ड से मंजूरी के बाद हमने आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस के 10 रुपये वाले 1.8 करोड़ शेयरों की बिक्री की, जो उसके कुल इक्विटी पूंजी का 3.96 फीसदी बैठता है। इस सौदे से उसे कुल 2,250 करोड़ रुपये मिले। इस लेनदेन के बाद सामानन्य बीमा सहायक में आईसीआईसीआई बैंक की हिस्सेदारी घटकर 51.9 फीसदी रह गई जबकि बाकी शेयर आम शेयरधारकोंं के पास हैं। अपनी जीवन बीमा इकाई आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल में भी आईसीआईसीआई बैंक के पास 52.87 फीसदी प्रवर्तक हिस्सेदारी है। आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 3.38 फीसदी चढ़कर बीएसई पर 363.90 रुपये पर बंद हुआ और आईसीआईसीआई लोम्बार्ड का शेयर बीएसई पर 0.8 फीसदी टूटकर 1,266.45 रुपये पर बंद हुआ। बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात मार्च, 2020 के आखिर में 16.11 फीसदी था, जो नियामकीय अनिवार्यता से ऊपर है। लेकिन बैंक ने संकेत दिया था कि महामारी से पैदा हुई अनिश्चितता को देखते हुए वह अपनी बैलेंस शीट मजबूत बनाएगा। फंसे कर्ज और कोरोनावायरस के कारण पैदा हुए अवरोध को देखते हुए बैंक ने 5,967 करोड़ रुपये का प्रावधान किया, जो वित्त वर्ष 2019 की चौथी तिमाही के 5,451 करोड़ रुपये के मुकाबले 9 फीसदी ज्यादा है। पिछली तिमाही के 2,083 करोड़ रुपये के मुकाबले प्रावधान करीब 186 फीसदी ज्यादा रहा। विश्लेषकों ने कहा है कि बैंक अपनी सहायक कंपनियों की हिस्सेदारी बेच रहा है और कुछ रणनीतिक हिस्सेदारी भी ताकि कोरोना महामारी के कारण पैदा हुए आर्थिक अवरोध के झटके सहने के लिए खुद को मजबूत बना सके। बैंक को फंसे कर्ज के कारण भारी दबाव का सामना करना होगा। रेटिंग एजेंसी इक्रा को लग रहा है कि मार्च 2021 तक सकल एनपीए बढ़कर 11.3 से 11.6 फीसदी पर पहुंच सकता है।
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