देश के 20,000 से अधिक नाविक अपने घर या ड्यूटी पर लौटने वाले हैं। शिपिंग कंपनियां और संबंधित संगठन अतिरिक्त चार्टर उड़ानों की योजना बना रहे हैं। नौपरिवहन के उप महानिदेशक कैप्टन डैनियल जे जोसफ ने कहा कि मई से 1 जुलाई के बीच हमने तकरीबन 8,000 नाविकों की यात्रा के लिए 40 चार्टर उड़ानों की सुविधा प्रदान की है। हमें 10 से 15 और चार्टर उड़ानों के लिए आवेदन मिले हैं। आम तौर पर लगभग 20,000 नाविक व्यापारिक जहाजों में शामिल रहते हैं या अपने कार्य अनुबंध के तहत हर महीने भारत लौटते हैं। लेकिन कोविड-19 से संबंधित लॉकडाउन और यात्रा प्रतिबंधों के कारण चालक दल की परिवर्तन प्रक्रिया में देरी हो गई। भारत से जाने वाली निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें अब भी निलंबित हैं जिसके परिणामस्वरूप चालक दल में होने वाला बदलाव बड़े स्तर पर रुका हुआ है। अलबत्ता सरकार ने चार्टर उड़ानों से नाविकों की यात्रा के लिए अनुमति दे दी है। समुद्री जहाजों के फंसे हुए कर्मचारियों को घर लाने के लिए भी चार्टर उड़ानों का उपयोग किया जा रहा है और उनमें से करीब 2,500 कर्मचारी पहले ही घर लौट चुके हैं।
