इंडिगो: उड़ान बढ़ाने की मांग | अनीश फडणीस / मुंबई June 16, 2020 | | | | |
देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो अपनी घरेलू उड़ानों में सीट भराव में वृद्धि दर्ज कर रही है। इसके अलावा विमानन कंपनी 13 विमानों के पट्टे को वापस करने और कलपुर्जों की बिक्री से अतिरिक्त रकम जुटाएगी। इंडिगो के मुख्य कार्याधिकारी रणजय दत्ता ने आज यह जानकारी दी।
देश में घरेलू विमानन सेवा दो महीने तक निलंबित रहने के बाद 25 मई को सुचारु हो गई जबकि अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवा को अब तक बहाल नहीं किया गया है। पहले सप्ताह के परिचालन के दौरान 90 फीसदी से अधिक बुकिंग एकतरफा यात्रा यानी वन-वे ट्रिप के लिए की गई जबकि टिकटों की अग्रिम बिक्री काफी सीमित रही।
हालांकि दत्ता ने कहा कि बुकिंग की प्रवृत्ति काफी उत्साहजनक है और विमानन कंपनी को यात्री लोड फैक्टर में एवं प्रति यात्री राजस्व में वृद्धि दिख रही है। उन्होंने कहा, 'भविष्य की बुकिंग भी अच्छी तरह से आ रही है।'
दत्ता ने कोई विशेष आंकड़ा जारी नहीं किया लेकिन कहा कि विमानन कंपनी ने सरकार से मांग की है कि उसे 50 फीसदी क्षमता के साथ उड़ान भरने की अनुमति दी जाए क्योंकि विमानन कंपनी पर्याप्त बुकिंग के लिए आश्वस्त है। फिलहाल विमानन कंपनियों को केवल 33 फीसदी क्षमता के साथ परिचालन सुचारु करने की अनुमति दी गई है।
इंडिगो अपने बेड़े में 262 विमानों के साथ 24 मार्च से पहले रोजाना 1,500 उड़ानों का संचालन करती थी लेकिन फिलहाल वह रोजाना करीब 350 उड़ानों का संचालन कर रही है। इससे विमानन कंपनी की वित्तीय स्थिति पर दबाब बढ़ रहा है। विमानन कंपनी करीब 40 फीसदी लागत स्थायी प्रकृति की है और विमानों के दैनिक रखरखाव की लागत और कर्मचारियों के वेतन में कटौती करने के बावजूद पट्टा किराया आदि तमाम तरह के खर्च करने पड़ रहे हैं।
इंडिगो का परिचालन करने वाली कंपनी इंटरग्लोब एविएशन ने जनवरी से मार्च 2020 तिमाही में 1,290 करोड़ रुपये का कर पूर्व घाटा दर्ज किया था और ब्रोकरेज ने कमजोर वृद्धि परिदृश्य के मद्देनजर अपने आय अनुमान में कटौती की थी। सीमित परिचालन के कारण राजस्व पर दबाव को देखते हुए इंडिगो पट्टे पर लिए गए अपने 29 विमानों में से 13 विमानों को वापस करने और कुछ कलपुर्जों की बिक्री से अतिरिक्त रकम जुटाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए वह पट्टाधारकों से बातचीत भी शुरू कर चुकी है।
दत्ता ने कहा, 'पुराने विमानों को हटाने, अनुबंधों पर नए सिरे से बातचीत करने और लाभांश भुगतान न करने जैसे उपायों से विमानन कंपनी को 3,000 से 5,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी प्राप्त होने की उम्मीद है।'
उद्योग सूत्रों कहा कि इंडिगो ने छूट और पट्टा किराये के भुगतान में रियायत हासिल कर लिया है। लेकिन दत्ता ने कहा कि विमानन कंपनी अपनी सभी देनदारियों को पूरा कर रही है।
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