मल्टीप्लेक्स ऑपरेटर आईनॉक्स लीजर ने अपनी वित्त वर्ष 2021 की पूंजीगत खर्च योजनाएं एक साल तक के लिए टाल दी हैं। कंपनी को कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन की वजह से सिनेमा व्यवसाय पर दबाव का सामना करना पड़ा है। देश की दूसरी सबसे बड़ी मल्टीप्लेक्स चेन आईनॉक्स ने वित्त वर्ष 2020 की मार्च तिमाही में 21 करोड़ रुपये का नुकसान (कर कटौती से पूर्व) दर्ज किया, जबकि एक साल पहले वह 68 करोड़ रुपये कर कर-बाद लाभ कमाने में सफल रही थी। विश्लेषक यह पहले ही कह चुके हैं कि वित्त वर्ष 2021 की अप्रैल-जून तिमाही खराब रहेगी, क्योंकि इस अवधि के दौरान मल्टीप्लेक्स बंद रहे हैं। सरकार के पहले चरण के अनलॉक कार्यक्रम के तहत सिनेमाघों को जुलाई में खोले जाने की संभावना है। नए स्क्रीन के बारे में बात करते हुए आईनॉक्स के समूह निदेशक सिद्घार्थ जैन ने कहा, 'वित्त वर्ष 2021 के बजाय हमारा ध्यान वित्त वर्ष 2022 पर रहेगा।' प्रवर्तक परिवार के तौर पर शामिल जैन ने कहा, 'कोरोना महामारी की वजह से पैदा हुए चुनौतीपूर्ण हालात को देखते हुए यह वित्त वर्ष खराब रहेगा। हालांकि फिल्म निर्माताओं के लिए त्योहारी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) शानदार रहने की संभावना है, जिससे वित्त वर्ष 2022 में नए स्क्रीन जोडऩे पर ध्यान देना बेहतर है।' जैन ने कहा कि वित्त वर्ष 2022 पर ध्यान देने का यह भी मतलब होगा कि आईनॉक्स का पूंजीगत खर्च 150-200 करोड़ रुपये के औसत सालाना व्यय से बढ़कर 250 करोड़ रुपये (वित्त वर्ष 2022 में) हो जाएगा। इसकी वजह यह है कि कंपनी वित्त वर्ष 2022 में करीब 100 स्क्रीन जोडऩे की संभावना तलाशेगी, जो पिछले वर्षों के मुकाबले बड़ी तेजी है। उदाहरण के लिए, वित्त वर्ष 2021 में आईनॉक्स सिर्फ वही स्क्रीन पेश करेगी जिनका काम वित्त वर्ष 2020 में शुरू किया गया था और उनका कार्य करीब 86 प्रतिशत पूरा हो गया है। जैन ने कहा कि 41 स्क्रीन का कार्य पूरा करने के लिए कंपनी को करीब 30 करोड़ रुपये की जरूरत होगी। आईनॉक्स ने निकट भविष्य में पूंजी जुटाने की योजना बनाई है और उसने मंगलवार को स्टॉक एक्सचेंजों के समक्ष किए खुलासे में कहा कि उसके पास अगले 6 महीनों के लिए पर्याप्त कोष मौजूद है। इसके विपरीत, प्रतिस्पर्धी पीवीआर ने सोमवार को कहा कि उसके बोर्ड ने राइट्स इश्यू के जरिये 300 करोड़ रुपये जुटाने की अनुमति दे दी है। मीडिया विश्लेषकों का कहना है कि इस रकम का कुछ हिस्सा इस साल नए स्क्रीन पर इस्तेमाल किया जा सकता है, क्योंकि वह प्रतिस्पर्धी कंपनियों के साथ बढ़त बनाए रखने पर जोर दे रही है। एलारा कैपिटल के उपाध्यक्ष (शोध) करण तोरानी ने कहा कि लोगों में वायरस के डर की वजह से सिनेमाघरों के खुलने के बाद पहले कुछ महीनों में दर्शकों की संख्या कम रह सकती है, लेकिन बाद में इसमें सुधार आ सकता है। उनका मानना है कि पुन: खुलने के करीब 6 से 8 महीनों में ज्यादातर मल्टीप्लेक्स के लिए दर्शकों की उपस्थिति लगभग 25-30 प्रतिशत रह सकती है, जबकि कोविड-19 शुरू होने से पहले यह स्तर 35-36 प्रतिशत था।
