बाजार में कई इक्विटी निर्गम के बावजूद शेयरों में दम | सुंदर सेतुरामन और समी मोडक / मुंबई June 04, 2020 | | | | |
दलाल पथ ने पिछले चार सप्ताह में रिकॉर्ड इक्विटी निर्गम दर्ज किए हैं। द्वितीयक बाजार परिदृश्य पर किसी तरह के प्रभाव के बगैर 61,000 करोड़ रुपये से अधिक की शेयर बिक्री को लेकर निवेशकों की शानदार प्रतिक्रिया देखने को मिली।
इन बड़े निर्गमों के बावजूद शेयरों में तेजी आई है, जिससे इस धारणा को चुनौती मिली है कि बड़ी इक्विटी निर्गमों से द्वितीयक बाजार में निवेशकों की दिलचस्पी घट जाती है। हालांकि पिछले समय में, बड़े प्रमुख निर्गमों की स्थिति में, पहले से सूचीबद्घ कंपनियों की शेयर कीमतों पर वास्तव में दबाव दिखा था, लेकिन बाजार कारोबारियों का कहना है कि इस बार स्थिति अलग है।
अमेरिका स्थित निवेश बैंकिंग अधिकारी ने कहा, 'इन बड़े निर्गमों की वजह से शेयर बाजारों ने अच्छा प्रदर्शन किया है।' उनका कहना है, 'कोविड-19 महामारी की वजह से पैदा हुए कमजोर हालात को देखते हुए लगभग इन सभी निर्गमों को मिली शानदार प्रतिक्रिया से धारणा को मजबूती मिली है।'
18 मई से बाजार 13 प्रतिशत चढ़े हैं, जिससे संकेत मिलता है कि बाजार ने कमजोर आर्थिक अनुमानों, रेटिंग में गिरावट और बढ़ते कोविड-19 मामलों की अनदेखी की है। इसके अलावा, शेयर बेचने वाली लगभग सभी कंपनियां अपने निर्गम या बिक्री भाव से काफी ऊपर कारोबार कर रही हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बुधवार को अपना राइट्स इश्यू पूरा किया, जिसे अच्छी प्रतिक्रिया मिली। मंगलवार को कोटक महिंद्रा बैंक में 120 से ज्यादा खरीदार आकर्षित हुए और पिछले सप्ताह इसके पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) के लिए भी ऑफर शेयरों की तुलना में अच्छी मांग देखी गई। भारती एयरटेल की 8,400 करोड़ रुपये की शेयर बिक्री में भी निवेशकों की अच्छी दिलचस्पी दिखी, भले ही उसका शेयर सर्वाधिक ऊंचे स्तरों के आसपास बना रहा। बड़ी शेयर बिक्री करने वाली
हिंदुस्तान यूनिलीवर में भी शानदार खरीदारी दिखी।
सूत्रों का कहना है कि इन निर्गमों से बढ़ रही निवेशकों की दिलचस्पी कंपनियों को कोष उगाही या शेयर बिक्री की राह पर आगे बढऩे के लिए भरोसा दिला रही है। हालांकि विश्लेषकों का कहना है कि शेयर बिक्री पेशकश सभी कंपनियों के लिए उपलब्ध नहीं हो सकती है।
प्राइम डेटाबेस के प्रबंध निदेशक प्रणव हल्दिया ने कहा, 'अच्छी गुणवत्ता वाले पत्रों के लिए आकर्षक मूल्यांकन पर हमेशा मांग बनी रही है। मौजूदा शेयर बिक्री ज्यादा व्यापक नहीं है। यह कुछ ही बड़ी कंपनियों के लिए सीमित है। जहां आरआईएल के लिए, यह उसके कर्ज में कमी ला रही है, वहीं कोटक महिंद्रा बैंक ने आरबीआई नियमों को पूरा करने के लिए यह पेशकश की है। हालांकि यह देखना उचित होगा कि इस तरह की कोष उगाही मौजूदा चुनौतीपूर्ण समय में भी बरकरार रहेगी। यदि यह रुझान बरकरार रहा तो आश्चर्य होगा।'
निवेश बैंकरों का कहना है कि वे शेयर बिक्री पेशकशों के लिए कई कंपनियों के साथ शुरुआती चर्चा कर रहे हैं। उनका कहना है कि हालांकि विश्वास का स्तर उतना ऊंचा नहीं है जितना कि ब्लू-चिप कंपनियों के मामले में देखने को मिलता है।
स्वतंत्र पूंजी बाजार पेशेवर प्रांजल श्रीवास्तव ने कहा, 'सिर्फ बड़ी कंपनियां ही इस तरह के सेकंडरी बाजार के सौदे करने में सक्षम हैं। जो कंपनियां शीर्ष-100 में शामिल नहीं हैं, उन्हें राइट्स इश्यू या क्यूआईपी की राह में सफल होने में चुनौती का सामना करना पड़ेगा। इन निर्गमों का सकारात्मक कारक यह है कि इनमें पर्याप्त तरलता है। निवेशकों के पास पर्याप्त पूंजी या निवेश योग्य रकम है, लेकिन वे हालात में सुधार का इंतजार कर रहे हैं। फिलहाल, सिर्फ बड़ी कंपनियां ही निवेश आकर्षित कर रही हैं।'
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