मध्य प्रदेश में 24 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव से पहले पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू और उनके बेटे अजीत बौरासी रविवार को एक बार फिर कांग्रेस में शामिल हो गये। गुड्डू और उनके बेटे ने सन 2018 के विधानसभा चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था।
माना जा रहा है कि गुड्डू सांवेर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस के टिकट पर सिंधिया समर्थक तुलसीराम सिलावट को चुनौती दे सकते हैं। सिंधिया और उनके समर्थकों के भाजपा में शामिल होने के बाद से गुड्डू भाजपा से नाराज चल रहे थे। उनकी लगातार बयानबाजी से तंग आकर पार्टी ने उनको कारण बताओ नोटिस भी दिया था।
उज्जैन से लोकसभा सांसद रहे गुड्डू ने कहा कि कांग्रेस में जाने के बाद उन्हें यह अहसास हुआ कि भाजपा में जाने वाले कांग्रेसी नेताओं के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जाता है। वहां समुचित सम्मान नहीं मिलता। गुड्डु ने कहा कि मातृ संस्था कांग्रेस में घरवापसी करके वह उस घुटन् से आजाद हो गये हैं जो वे पिछले डेढ़ साल से अधिक समय से झेल रहे थे। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया से नाराजगी के चलते उन्होंने पार्टी छोड़ी थी।
कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद गुड्डू प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। कांग्रेस प्रवक्ता सैयद जाफर ने कहा कि गुड्डू की वापसी से पार्टी को गति मिलेगी।
विधानसभा उपचुनाव करीब आने के साथ दलबदल के और भी मामले सामने आ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस उपुचनाव में न केवल अपने दिग्गज नेताओं को उतारने का मन बना रही है बल्कि वह भाजपा के असंतुष्ट नेताओं से भी संपर्क में है।