विप्रो के सीईओ की राह नहीं आसान | देवाशिष महापात्र / बेंगलूरु May 30, 2020 | | | | |
कैपजेमिनाई के मुख्य कार्याधिकारी थिएरी डेलापोर्ट 6 जुलाई से विप्रो के नए मुख्य कार्याधिकारी एवं प्रबंध निदेशक की कमान संभालेंगे। वह बेंगलूरु मुख्यालय वाली कंपनी विप्रो की जिम्मेदारी संभालने वाले पहले विदेशी होंगे। यह पहला उदाहरण होगा, जिसमें शीर्ष पांच भारतीय आईटी सेवा कंपनियों में शुमार विप्रो ने आगामी वृद्धि की रफ्तार मजबूत बनाने के लिए किसी विदेशी को नियुक्त किया है।
संयोगवश, बेंगलरु मुख्यालय वाली प्रमुख आईटी कंपनियों में से दो - विप्रो और इन्फोसिस के पास अब ऐसे सीईओ और एमडी होंगे, जो पूर्व में फ्रांस की आईटी सेवा कंपनी कैपजेमिनाई में नेतृत्व जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। इन्फोसिस के सीईओ एवं एमडी सलिल पारेख मौजूदा जिम्मेदारी संभालने से पहले कैपजेमिनाई के गु्रप एक्जीक्यूटिव बोर्ड के सदस्य थे।
डेलापोर्ट की नियुक्ति विप्रो के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह ऐसे समय में की गई है जब कंपनियों को पिछले वर्षों में राजस्व वृद्धि मजबूत बनाने के लिए अपने प्रतिस्पर्धियों से लगातार चुनौती मिल रही है। कंसल्टेंसी फर्म ईआईआईआर ट्रेंड्स के अनुसार, पिछले दशक (वित्त वर्ष 2010 से वित्त वर्ष 2020) में विप्रो के राजस्व में 6.5 प्रतिशत की सालाना चक्रवृद्धि दर से इजाफा हुआ, जबकि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के लिए यह 13.3 प्रतिशत और इन्फोसिस के लिए 10.3 प्रतिशत रही। अजीम प्रेमजी प्रवर्तित कंपनी का आईटी सेगमेंट से राजस्व पिछले वित्त
वर्ष 1.7 प्रतिशत बढ़कर 8.256 अरब डॉलर पर रहा।
पारेख कंसल्टिंग के आईटी आउटसोर्सिंग सलाहकार एवं संस्थापक पारेख जैन ने कहा, 'विप्रो के नए सीईओ की राह चुनौतीपूर्ण है। उन्हें कंपनी को दो अंक की वृद्धि में सक्षम बनाने के लिए ग्राहक जोडऩे पर ध्यान देने की जरूरत होगी।'
पिछले वर्षों में विप्रो ने तेज वृद्धि के लिए अपने व्यावसायिक परिचालन को अनुकूल बनाने के लिए कई कदम उठाए, जिनमें उसके पश्चिम एशिया व्यवसाय को पुनर्गठित करना भी शामिल था। आईटी सेवा कंपनी ने अपने कम मार्जिन वाले डेटा सेंटर व्यवसाय को अपनी पोर्टफोलियो पुनर्गठन पहलों के तहत अलग किया है।
इन सभी उपायों के बावजूद, कुछ ग्राहक-केंद्रित समस्याओं और इन्फ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट सर्विसेज (आईएमएस) जैसे खास सेगमेंट में मांग पर दबाव की वजह से पिछले वर्षों में आईटी कंपनी की वृद्धि प्रभावित हई।
विश्लेषकों का मानना है कि सीईओ के तौर पर डेलपोर्टे अजीम प्रेमजी प्रवर्तित कंपनी को बड़े सौदे दिलाने के साथ साथ बैंकिंग, वित्तीय सेवा एवं बीमा (बीएफएसआई) सेगमेंट को भी मजबूत बनाने में मदद करेंगे, क्योंकि कैपजेमिनाई में 24 वर्षों के दौरान उन्होंने कई नेतृत्व जिम्मेदारियां संभालीं, जिनमें वैश्विक वित्तीय सेवाओं की रणनीतिक व्यावसायिक इकाई के मुख्य कार्याधिकारी, सभी वैश्विक सेवाओं के प्रमुख की कमान संभालने जैसी जिम्मेदारियां मुख्य रूप से शामिल हैं।
वित्त वर्ष 2020 में, बीएफएसआई वर्टिकल का विप्रो के आईटी सेवा राजस्व में 31 प्रतिशत योगदान रहा और यह पूर्ववर्ती वित्त वर्ष के मुकाबले चार प्रतिशत बढ़ा है। जैन ने कहा, 'उनके नेतृत्व में, विप्रो द्वारा अपने यूरोपीय परिचालन को मजबूत बनाने के अलावा कंसल्टिंग व्यवसाय पर ज्यादा ध्यान दिए जाने की संभावना है।'
हालांकि बाजार विश्लेषकों का कहना है कि नए सीईओ को कंपनी के विकास परिदृश्य में तेजी लाकर इसे उसके प्रतिस्पर्धियों के मूल्यांकन के अनुरूप लाने की जरूरत होगी।
मुंबई स्थित एक विश्लेषक ने कहा, 'नए सीईओ को प्रतिस्पर्धी कंपनियों के साथ मूल्यांकन अंतर को दूर करने के लिए वृद्धि पर ध्यान देना होगा। मौजूदा चुनौतीपूर्ण परिवेश को देखते हुए उनके लिए यह कार्य आसान नहीं होगा।'
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