भारत बॉन्ड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) की दूसरी किस्त जुलाई के मध्य में आ सकती है। इसमें निर्गम पेशकश 14,000 करोड़ रुपये तक की है। फरवरी में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसकी दूसरी किस्त की घोषणा की थी और पिछले हफ्ते फंड प्रबंधक एडलवाइस एएमसी ने कहा वह 11,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त आवंटन विकल्प (ग्रीनशू ऑप्शन) के साथ 3,000 करोड़ रुपये जारी करेगी। सरकार के सलाहकार के रूप में इस मुद्दे पर करीब से काम कर रही एके कैपिटल ने भी पिछले हफ्ते एक वीडियो कॉल में ईटीएफ की दूसरी किस्त के लिए आगे बढऩे को कहा। पिछले वर्ष दिसंबर में भारत बॉन्ड ईटीएफ ने 12,400 करोड़ रुपये जुटाए थे। इसके अलावा 7,000 करोड़ रुपये की एक न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) भी थी जिसकी बिक्री 1.8 गुना अधिक हुई थी। इनका परिपक्वता वर्ष 2023 और 2030 था। एडलवाइस ने कहा कि बिड-आस्क स्प्रेड (बोलियों की खरीद और बिक्री के बीच का अंतर) 5 से 10 आधार अंकों के संकुचित दायरे में बना रहा है, और इन ईटीएफ में दैनिक औसत ट्रेडेड मूल्य 3 करोड़ रुपये से 3.5 करोड़ रुपये के बीच रहा है जो इसे भारत में और अधिक तरल ईटीएफ बनाती है। अन्य डेट म्युचुअल फंडों पर 1 से 1.5 फीसदी की वार्षिक खर्च अनुपात की तुलना में इस ईटीएफ के लिए यह महज 0.0005 फीसदी रहा। इसमें 1000 रुपये की न्यूनतम निवेश की सीमा भी अन्य डेट म्युचुअल फंडों के मुकाबले कम है। इन कारणों से निवेशकों की रुचि सार्थक है और सरकार इसे ही भुनाना चाहती है। एडलवाइस म्युचुल फंड की मुख्य कार्याधिकारी राधिका गुप्ता ने कहा, 'मौजूदा माहौल में निवेशकों को अपने डेट निवेशों के लिए सुरक्षित, तरल और कर प्रभावी विकल्पों की जरूरत है और भारत बॉन्ड इन जरूरतों को प्रवाभी रूप से पूरा करती है।'
