पहले दिन की उड़ान में वरिष्ठ पायलटों पर भरोसा | अनीश फडणीस / May 25, 2020 | | | | |
विमानन कंपनियों ने लंबे अंतराल के बाद सोमवार को सेवा दोबारा शुरू करते वक्त सुरक्षित परिचालन सुनिश्चित करने में अत्यधिक सतर्कता बरती। इस दौरान सबसे अनुभवी पायलटों को काम पर बुलाया गया और विमानों की भलीभांति जांच की गई।
एयर एशिया के परिचालन प्रमुख कैप्टन मनीष उप्पल ने कहा, 'हमने निर्देश दिए कि पहले दिन केवल कैप्टन ही विमान उड़ाने और उतारने का काम करेंगे जबकि फस्र्ट ऑफिसर कॉकपिट के उपकरणों की देखभाल और रेडियो कॉल संभालेंगे।' विमानों का घरेलू परिचालन गत 24 मार्च से स्थगित था जबकि मालवाहक और राहत सामग्री ढोने वाले विमान उड़ रहे थे। ऐसे में बड़ी तादाद में विमानों का रखरखाव जरूरी था।
नियमों के मुताबिक पायलटों तथा अन्य विमानन कर्मचारियों को हर वर्ष तरोताजा प्रशिक्षण से गुजरना होता है। पायलटों को 90 दिन में कम से कम तीन बार विमान को उड़ाना और लैंड कराना होता है। यदि किसी पायलट ने 90 दिन से विमान न उड़ाया हो तो उसे एक प्रशिक्षण लेना होता है।
नागर विमानन महानिदेशालय ने कुछ रियायत अवश्य दी लेकिन विमानन कंपनियां यह सुनिश्चित कर रही हैं कि उनके पायलट एकदम तैयार हों। गत सप्ताह इंडिगो ने अपने पायलटों के लिए कुछ प्रशिक्षण उड़ान आयोजित की थीं ताकि वे विमान को उड़ाने और लैंडिंग का प्रशिक्षण ले सकें। उसके पायलटों ने इस लंबे अंतराल में ऑनलाइन कोर्स भी किए। अलाएंस के सीईओ सीएस सुबैया ने कहा कि उड़ान शुरू करने के पहले इंजीनियरिंग विभाग ने गुणवत्ता की जांच की और कंपनी के 19 एटीआर विमानों का अंकेक्षण किया गया।
उप्पल ने कहा, 'हमने अपने कर्मचारियों के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण की व्यवस्था की और करीब 85 फीसदी कर्मचारियों ने उन्हें पूरा भी किया। हमने गत सप्ताह पायलटों के लिए विशेष सिमुलेटर प्रशिक्षण शुरू किया।'
सिमुलेटर प्रशिक्षण केवल तभी किया जा सकता है जब सरकार इसकी इजाजत दे दे क्योंकि लॉकडाउन से हर तरह के शैक्षणिक और प्रशिक्षण संस्थान बंद हैं। विमानन कंपनी विस्तारा के एक प्रवक्ता ने भी कहा कि कंपनी शुरुआती कुछ दिनों तक अपने अत्यधिक अनुभवी पायलटों और निर्देशकों से काम ले रही है।
|