एयरटेल के प्रवर्तक बेचेंगे हिस्सा | |
मेघा मनचंदा / नई दिल्ली 05 25, 2020 | | | | |
भारती टेलीकॉम भारती एयरटेल में अपनी हिस्सेदारी बेचकर करीब 1 अरब डॉलर (लगभग 7,600 करोड़ रुपये) रकम जुटा सकती है। कंपनी अपने ऊपर कर्ज बोझ कम करने के लिए यह कदम उठाएगी। भारती टेलीकॉम भारती एयरटेल की प्रवर्तक कंपनी है। समझा जा रहा है कि भारती एयरटेल इस सौदे की घोषणा मंगलवार को कर सकती है। बिजनेस स्टैंडर्ड के पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार प्रवर्तक कंपनी भारती एयरटेल में अपनी 2.75 प्रतिशत हिस्सेदारी (15 करोड़ शेयर) बेचेगी। एक वर्ष पहले भारती एयरटेल का 25,000 करोड़ रुपये का राइट इश्यू आया था। माना जा रहा है कि मंगलवार को कंपनी 2.75 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री के जरिये करीब 5,500 करोड़ रुपये मुनाफा कमाएगी। शेयर का आधार मूल्य 558 रुपये तय किया गया है। यह रकम 22 मई को नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर शेयर की कीमत 593.20 रुपये से 6 प्रतिशत कम है।
इस सौदे से उन प्रवर्तकों की फेहरिस्त लंबी हो जाएगी, जो अपनी कंपनियों में हिस्सेदारी बेच चुके हैं या बेचने की तैयार कर रहे हैं। पिछले एक महीने में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जियो प्लेटफॉर्म में हिस्सेदारी बिक्री के पांच सौदों के जरिये 78,500 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसी तरह, ग्लैक्सोस्मिथलाइन ने हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों की बिक्री के जरिये 25,480 करोड़ रुपये रकम जुटाई थी।
इस सौदे का क्रियान्वयन जे पी मॉर्गन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कर रही है। भारती एयरटेल ने इस प्रस्तावित सौदे के बारे में पूछे जाने पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। सूत्रों ने कहा कि भारतीय काननों के तहत लागू निवेश सीमाओं के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों को इक्विटी शेयर का आवंटन ऐसे निवेशकों द्वारा कंपनी के शेयरों के अधिग्रहण की उपलब्ध गुंजाइश पर निर्भर करेगा।
यह सौदा पूरा होने की तारीख 28 मई 2020 मुकर्रर की गई है। 31 मार्च 2020 तक भारती एयरटेल पर समेकित शुद्ध कर्ज (पट्टा देनदारियों को छोड़कर) 88,251 करोड़ रुपये था। हालांकि एक वर्ष पहले 1,08,235 करोड़ रुपये के मुकाबले मौजूदा देनदारी 18.5 प्रतिशत तक कम हो गई है। पिछले सप्ताह भारत टेलीकॉम ने कमर्शियल पेपर (सीपी) के जरिये 3,500 करोड़ रुपये जुटाए थे। तीन महीने की परिपक्वता अवधि के साथ जारी इन पेपर पर औसतन 6.16 प्रतिशत ब्याज की पेशकश की गई थी। कमर्शियल पेपर ऋण जुटाने के लघु अवधि के साधन होते हैं, जिनकी परिपवक्ता 1 वर्ष से कम होती है।
जनवरी 2020 में भारती एयरटेल ने सरकार को समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) का भुगतान करने के लिए संस्थागत निवेशकों को 2 अरब डॉलर मूल्य के इक्विटी शेयर जारी किए थे। सौदे की शर्त के अनुसार कंपनी कन्वर्टिबल बॉन्ड के जरिये अतिरिकत 7,155 करोड़ रुपये जुटाएगी। इससे पहले भारती एयरटेल ने राइट इश्यू के माध्यम से शेयरधारकों से 25,000 करोड़ रुपये जुटाए थे। रकम जुटाने की कंपनी के सभी उपायों को जोड़ दें तो यह आंकड़ा 40,000 करोड़ रुपये पहुंच जाता है, जो किसी कंपनी द्वारा एक ही वित्त वर्ष में जुटाई गई अब तक की सबसे बड़ी रकम है। मई 2019 में भारती एयरटेल ने राइट इश्यू के जरिये शेयरधारकों से 220 रुपये प्रति शेयर की दर से रकम जुटाई थी। कंपनी ने मोटे तौर पर 4जी नेटवर्क के विस्तार के लिए यह रकम जुटाई थी।
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