घटते स्टॉक के बाद भारत ने शुरू की मलेशियाई पाम तेल की खरीद | |
रॉयटर्स / मुंबई/सिंगापुर 05 19, 2020 | | | | |
चार महीने बाद भारतीय खरीदारों ने मलेशियाई पाम तेल की खरीद बहाल कर दी है, जो कूटनीतिक विवाद के बाद चार महीने से थमी हुई थी। सूत्रों ने कहा कि खरीद में तेजी देसी इन्वेंट्री में गिरावट और छूट वाली कीमत के कारण हुई।
क्वालालंपुर में नई सरकार के गठन और पिछले हफ्ते वहां की सरकार की तरफ से रिकॉर्ड एक लाख टन चावल खरीद का सौदा किए जाने के बाद दोनों देशों के बीच कारोबारी संबंधों में सुधार हुआ और उसके बाद ही पाम तेल की खरीद शुरू हुई।
पिछले हफ्ते अग्रणी भारतीय आयातकों ने मलेशिया से 2 लाख टन कच्चे पाम तेल की खरीद का अनुबंध किया, जो इंडोनेशिया के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। यह तेल जून व जुलाई में भेजा जाएगा। सूत्रों ने रॉयटर्स को यह जानकारी दी।
मलेशियाई व इंडोनेशियाई पाम तेल विक्रेता सिंगापुर के एक कारोबारी ने कहा, कम आयात के चलते बंदरगाह पर स्टॉक में भारी कमी आई।
रेफ्निटिव के संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि साल 2020 के पहले चार महीने में पाम तेल का कुल आयात पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 50 फीसदी से ज्यादा घटकर 11.1 करोड़ टन रह गया।
दुनिया के सबसे बड़े खाद्य तेल आयातक भारत की तरफ से खरीद की फिर से हुई शुरुआत से मलेशियाई पाम तेल की कीमतों को सहारा मिल सकता है, जो हाल के दिनों में 10 महीने के निचले स्तर से ऊपर आया है। प्रधानमंत्री मोहातिर मोहम्मद की तरफ से भारत की नीतियों की आलोचना के बाद साल की शुरुआत में भारत ने मलेशियाई पाम तेल के आयात पर पाबंदी लगा दी थी।
जून में आयात के लिए अनुबंध करने वाले भारतीय खाद्य तेल रिफाइनर ने कहा, तेल की खरीद कम स्टॉक के चलते बहाल हुई, वहीं मलेशिया के साथ भारत का संबंध वहां मार्च में नई सरकार के गठन के बाद से सुधर रहा है।खरीदार ने कहा, मुझे लगता है कि भारत सरकार आगामी आयात को यहां उतारने की अनुमति देगी। हम अनिश्चित काल तक एक विक्रेता (इंडोनेशिया) पर निर्भर नहीं हो सकते, खास तौर से जब आपको इन्वेंट्री बनाना हो। इस बारे में भारतीय वाणिज्य मंत्रालय से टिप्पणी नहीं मिल पाई।
आकर्षक छूट
मलेशियाई पाम तेल अब इंडोनेशिया के मुकाबले 15 डॉलर की छूट पर उपलब्ध है, जिसने सोमवार को पाम तेल निर्यात पर शुल्क 5 डॉलर प्रति टन बढ़ा दिया। यह जानकारी मुंबई के एक डीलर ने दी। उन्होंंने कहा, अगर छूट जारी रहती है तो मलेशिया से पाम तेल की भारतीय खरीद बढ़ सकती है।
मलेशियाई खरीदार छूट पर भी माल बेचने के इच्छुक हैं क्योंकि स्टॉक बढ़ रहा है और जून में उत्पादन में सुधार की उम्मीद है। यह जानकारी मलेशिया से पाम तेल खरीदने वाले भारतीय खाद्य तेल रिफाइनर ने दी। मलेशियाई पाम तेल की इन्वेंट्री अप्रैल में उछलकर 20 लाख टन से ज्यादा हो गई, जो उम्मीद से ज्यादा था क्योंकि उत्पादन छह महीने के उच्चस्तर पर पहुंच गया और कोरोनावायरस के कारण हुए लॉकडाउन से मांग में सुस्ती आई।भारत एक साल में 90 लाख टन से ज्यादा पाम तेल खरीदता है, जो कुल खाद्य तेल आयात का करीब दो तिहाई है। साल 2019 में रिकॉर्ड 44 लाख टन मलेशियाई पाम तेल की खरीद हुई।
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