कारोबार को होगा काफी नुकसान | बीएस संवाददाता / May 19, 2020 | | | | |
बीएस बातचीत
देश की सबसे बड़ी फूड कंपनी नेस्ले को भारत में 1920 में स्पेनिश फ्लू से लेकर 1920 में मैगी संकट जैसे कई उतार-चढ़ाव से जूझना पड़ा है। कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सुरेश नारायणन का मानना है कि मौजूदा संकट का प्रभाव तात्कालिक रहेगा और उपभोक्ताओं की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए यह एक अवसर होगा। उन्होंने एक वेबिनार के जरिये संवाददाताओं से बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश:
देशव्यापी लॉकडाउन के कारण नेस्ले के कारोबार पर अब तक क्या प्रभाव पड़ा?
फिलहाल यह बताना मुश्किल है कि हम कितने खुदरा साझेदारों के साथ संपर्क स्थापित नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए व्यापार चैनल में मौजूद स्टॉक के बारे में अंदाजा लगाना फिलहाल मुश्किल है। लेकिन इतना तो तय है कि उत्पादन अचानक थम सा गया और उसके बाद धीरे-धीरे उसमें 70 फीसदी क्षमता तक सुधार हुआ। लेकिन वह खाई (सामान्य परिचालन स्तर पर) अब भी बरकरार है।
तो क्या 1 अप्रैल से कारोबार को कम से कम 30 फीसदी का नुकसान हुआ है?
नुकसान इससे कहीं अधिक हो सकता है। हमें इसका प्रभाव निश्चित तौर पर इसका प्रभाव चालू तिमाही के दौरान दिखेगा।
स्वदेशी अथवा स्थानीय उत्पादों पर जोर के मौजूदा लहर से नेस्ले के कारोबार पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
प्रधानमंत्री ने मुख्य तौर पर भारत में स्थानीय तौर पर विनिर्मित उत्पादों पर जोर दिया है। दुर्भाग्य से कुछ तिमाहियों पर इसका असर दिखा और गलत तरीके से इसकी व्याख्या की गई। यहां हम 108 वर्षों से मौजूद हैं। हमारे कर्मचारियों की संख्या 7200 हो चुकी है जिसमें मैं भी शामिल हैं और मैं एक भारतीय हूं। हम करीब 1 लाख भारतीय किसानों के साथ काम कर रहे हैं। हमारे ब्रांड को भारतीयों की पसंद के तौर पर जाना जाता है और उपभोक्ता इसे दशकों से पसंद करते रहे हैं। इसलिए मैं समझता हूं कि किसी भी लिहाज से नेस्ले मेड इन इंडिया, मेड फॉर इंडिया और भारतीय उपभोक्ताओं के लिए सेवाएं देने वाली कंपनी है। साथ ही हम भारतीय खजाने में सालाना करीब 3,600 करोड़ रुपये का योगदान करते हैं।
आगामी दिनों में आपको क्या बदलाव अथवा प्रभाव दिखने की उम्मीद है?
उपभोक्ताओं की पसंद और खरीदारी पैटर्न में बदलाव आ रहा है। कमजोर आर्थिक परिदृश्य के कारण कई उत्पादों की बिक्री घट रही है और आवश्यक उत्पादों की श्रेणी में लोकप्रिय उत्पादों की बिक्री में वृद्धि दिख रही है। जबकि सुरक्षा एवं स्वच्छता संबंधी उत्पादों की बिक्री में तेजी दिख दिख सकती है। इससे कई ब्रांड और उत्पादों को अपनी रणनीति में बदलाव करने की जरूरत होगी। दूसरी ओर, शहरी क्षेत्रों से ग्रामीण इलाकों की ओर मजदूरों के पलायन से ग्रामीण बाजार में बिक्री को बल मिलेगा।
क्या नेस्ले ने अपने उत्पाद पोर्टफोलियो में बदलाव का आकलन किया है?
हां, हमने उसकी जांच की है और उसके लिए कार्य प्रगति में है। हमने सभी कारोबारी क्लस्टर के बीच अपने सभी ब्रांड और एसकेयू पर विचार किया है। पिछले दो महीनों के अनुभव के आधार पर हमने अपने ब्रांड और उत्पादों को कहीं अधिक बेहतर बनाया है।
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