चौथी तिमाही में सिप्ला का एबिटा 33 फीसदी घटा | सोहिनी दास / मुंबई May 16, 2020 | | | | |
दवा कंपनी सिप्ला का एबिटा मार्च तिमाही में 33 फीसदी की गिरावट के साथ 652 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने कहा कि उसकी योजना इक्विटी शेयर या विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बॉन्ड या अन्य वित्तीय प्रतिभूतियां जारी कर 3,000 करोड़ रुपये जुटाने की है। कंपनी ने हालांकि इसकी विस्तार से जानकारी नहीं दी।
कंपनी का शुद्ध लाभ इस अवधि में 33 फीसदी की गिरावट के साथ 246 करोड़ रुपये रह गया। एमके ग्लोबल ने तिमाही में कंपनी का लाभ 3 फीसदी घटने की भविष्यवाणी की थी। कंपनी का कुल परिचालन राजस्व मामूली घटकर 4,376 करोड़ रुपये रह गया।
2019-20 में कंपनी ने कर पश्चात लाभ में एक फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की और यह 1,547 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जबकि रास्व 5 फीसदी बढ़कर 17,132 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी को उम्मीद है कि उसकी कर की दर वित्त वर्ष 2021 में कम हो जाएगी और दावा किया कि वित्त वर्ष 2021 में शोध व विकास पर खर्च घटेगा। तिमाही में कंपनी का शोध व विकास पर खर्च राजस्व का 7 फीसदी रहा।
सिप्ला का देसी कारोबार तिमाही में बेहतर रहा, हालांकि वह कोविड-19 के प्रसार से प्रभावित हुआ। भारतीय कारोबार में सालाना आधार पर 12 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई, वहीं पूरे वित्त वर्ष में यह कारोबार करीब 5 फीसदी बढ़ा। यह लगातार तीसरी तिमाही है जब भारत के प्रिसक्रिप्शन कारोबार में दो अंकों की बढ़ोतरी दर्ज हुई। कंपनी अपनी तीन कारोबारी वर्टिकल प्रिसक्रिप्शन, जेनेरिक और कंज्यूमर कारोबार को एकीकृत करने की प्रक्रिया में है।
अमेरिकी कारोबार का राजस्व तिमाही में 25 फीसदी घटकर 856 करोड़ रुपये रह गया जबकि पूरे वित्त वर्ष में यह 13 फीसदी बढ़ा।
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