कंपनियां दूसरे देशों में गईं तो 'कर' | एजेंसियां / May 15, 2020 | | | | |
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने चीन से अपने विनिर्माण कारोबार को अपने देश लाने के बजाय भारत और आयरलैंड जैसे देशों में ले जाने की तैयारी कर रहीं ऐपल जैसी अमेरिकी कंपनियों पर नए कर लगाने की धमकी दी है। ट्रंप ने फॉक्स बिज़नेस न्यूज के साथ साक्षात्कार में कहा कि कंपनियों को कर प्रोत्साहन दिया गया था, ताकि वे अपने विनिर्माण कारोबार को वापस अमेरिका लाएं। उन्होंने कहा कि ऐपल ने कहा है कि अब वे भारत जाने वाले हैं। वे चीन से हटकर कुछ उत्पादन भारत में करने जा रहे हैं। अगर वे करते हैं, तो आप समझ लीजिए कि हम ऐपल को थोड़ा सा झटका देंगे क्योंकि वे एक ऐसी कंपनी के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, जो हमारे द्वारा किए गए व्यापार सौदे का हिस्सा थी। इसलिए यह ऐपल के लिए थोड़ा अनुचित है, लेकिन हम अब इसकी इजाजत नहीं देंगे। अगर हम दूसरे देशों की तरह अपनी सीमाओं को बंद कर लेंगे तो ऐपल अपने शत प्रतिशत उत्पाद अमेरिका में ही बनाएगी।
न्यूयार्क पोस्ट के मुताबिक ऐपल अपने उत्पादन के बड़े हिस्से को चीन से भारत स्थानांतरित कर रही है। चीन में घातक कोरोनावायरस महामारी के सामने आने के बाद वहां विनिर्माण करने वाली कई तकनीकी कंपनियों की आपूर्ति शृंखला बाधित हो गईं। ट्रंप ने कहा, 'इन कंपनियों को बात समझनी होगी क्योंकि वे सिर्फ चीन नहीं जा रही हैं। आप देखिए वे कहां जा रही हैं..वे भारत जा रही हैं, वे आयरलैंड जा रही हैं और वे सभी जगह जा रही हैं, वे उन्हें बनाएंगी।'
उन्होंने कहा, 'ऐसे में, आपको नहीं लगता है कि प्रोत्साहनों के संदर्भ में कुछ करने की जरूरत है। ट्रंप ने कहा, 'मुझे ऐसा करना होगा।' ट्रंप ने कहा, 'बात स्पष्ट है, जब वे उत्पाद बाहर बनाते हैं तो उन पर कर लगाना एक उपाए है। हमें उनके लिए ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है। उन्हें हमारे लिए करना होगा। ट्रंप ने कहा कि वह विनिर्माण को अमेरिका में वापस लाना चाहते हैं।'
पेंशन निधि की निकासी
ट्रंप ने पुष्टि की है कि उनके प्रशासन ने चीन से अरबों डॉलर के अमेरिकी पेंशन निधि निवेश निकालने के लिए कहा है और इसी तरह के अन्य कदमों पर विचार किया जा रहा है। कोरोनावायरस के प्रकोप के बाद अमेरिका और चीन के संबंध बिगड़ गए हैं।
चीन पर बौद्धिक संपदा और अनुसंधान कार्य से जुड़ी जानकारियां चोरी करने का भी आरोप लगाया गया है। फॉक्स बिज़नेस न्यूज पर जब ट्रंप से उन खबरों के बारे में पूछा गया कि क्या अमेरिका ने चीनी निवेश से अरबों डॉलर की अमेरिकी पेंशन निधि निकाली हैं, तो राष्ट्रपति ने कहा, 'अरबों डॉलर, अरबों...हां, मैंने इसे वापस ले लिया।' एक अन्य सवाल में, राष्ट्रपति से पूछा गया कि क्या वह अमेरिकी शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होने के लिए चीनी कंपनियों को सभी शर्तों का पालन करने के लिए मजबूर करेंगे। साक्षात्कारकर्ता ने कहा कि अलीबाबा जैसी चीनी कंपनियों को न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध किया गया है, लेकिन वे उस तरह कमाई की जानकारी साझा नहीं करते, जिस तरह कोई अमेरिकी कंपनी करती है।
ट्रंप ने कहा, 'हम इस मामले पर करीब से ध्यान दे रहे हैं। यह बहुत आश्चर्यजनक है, लेकिन इस मामले में एक समस्या है। मान लीजिए कि हम ऐसा (शर्तों का पालन करने के लिए मजबूर) करते हैं, ठीक है? तो फिर वे क्या करेंगे? वे लंदन या किसी अन्य स्थान पर इसे सूचीबद्ध कराने जाएंगे।'
रिश्ते तोडऩे की धमकी
ट्रंप ने दुनियाभर में कोरोनावायरस के फैलने के मद्देनजर चीन से सारे रिश्ते तोडऩे की गुरुवार को धमकी दी। जानलेवा संक्रमण ने दुनियाभर में तकरीबन तीन लाख लोगों की जान ले ली है जिनमें 80,000 से ज्यादा अमेरिकी शामिल हैं। ट्रंप ने फॉक्स बिजनेस न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में कहा, 'कई चीजें हैं जो हम कर सकते हैं। हम सारे रिश्ते तोड़ सकते हैं।' पिछले कई हफ्तों से राष्ट्रपति पर चीन के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बढ़ रहा है। सांसदों और विचारकों का कहना है कि चीन की निष्क्रियता की वजह से वुहान से दुनियाभर में कोरोनावायरस फैला है। एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा कि वह चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से फिलहाल बात नहीं करना चाहते हैं। हालांकि उनके चिनफिंग से अच्छे रिश्ते हैं। ट्रंप ने कहा कि चीन ने उन्हें निराश किया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने चीन से बार-बार कहा कि कोरोनावायरस की उत्पत्ति की जांच के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को वुहान की प्रयोगशाला जाने की इजाजत दी जाए, लेकिन उसने इसे नहीं माना।
हुआवे नहीं खरीद पाएगी
ट्रंप प्रशासन ने वैश्विक चिप विनिर्माताओं से चीन की हुआवे टेक्नोलॉजिज को सेमिकंडक्टर की आपूर्ति रोकने का फैसला लिया है। इससे अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ सकता है। अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने कहा कि वह हुआवे की सेमिकंडक्टर खरीद को रणनीतिक रूप से निशाना बनाने के लिए एक निर्यात नियम में संशोधन कर रही है। ये सेमिकंडक्टर अमेरिकी सॉफ्टवेयर एवं तकनीक के प्रत्यक्ष उत्पाद हैं।
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