भारतीय रेलवे ने 30 जून तक नियमित यात्री सेवाएं फिर से शुरू नहीं करने का फैसला किया है। हालांकि विशेष ट्रेन और श्रमिक ट्रेनों का संचालन जारी रहेगा। भारतीय रेल ने एक अधिसूचना में कहा कि मेल, एक्सप्रेस, यात्री और उपनगरीय सेवाओं सहित सभी नियमित रेल यात्री सेवाएं अधिकारियों की तरफ से दिशानिर्देश मिलने तक रद्द रहेंगे। 30 जून तक इन ट्रेनों में बुक किए गए सभी टिकट रद्द माने जाएंगे और यात्रियों को इसके लिए पूरा रिफंड दिया जाएगा। सरकार द्वारा 22 मार्च को यात्री सेवाएं बंद करने के लगभग 53 दिनों के बाद यह अधिसूचना दी गई है।
ये टिकट जनवरी, फरवरी और मार्च में बुक किए गए थे। सामान्यतौर पर रेलवे चार महीने पहले टिकट बुक करने की सुविधा देता है। हालांकि यात्रियों को सेवाएं देने के लिए सीमित स्तर पर सेवाएं देनी शुरू की गई हैं जिसके तहत 12 मई से 15 विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं।
13 मई से आईआरसीटीसी ने विशेष ट्रेनों में टिकट बुक कराने वाले सभी यात्रियों के गंतव्य का पता लेना शुरू कर दिया है ताकि जरूरत पडऩे पर बाद में संपर्क किया जा सके। विशेष ट्रेनों से पहले श्रमिक स्पेशल ट्रेनें 1 मई को विभिन्न शहरों में फंसे प्रवासी मजदूरों, पर्यटकों और छात्रों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए चलाई जाने लगी थीं। नई अधिसूचना में यह स्पष्ट किया गया है कि इन ट्रेनों का संचालन जारी रहेगा।
ये विशेष ट्रेन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से हावड़ा, राजेंद्र नगर, डिब्रूगढ़, जम्मूतवी, बेंगलूरु, तिरुवनंतपुरम, चेन्नई सेंट्रल, बिलासपुर, रांची, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद, अगरतला, भुवनेश्वर, मडगांव और सिकंदराबाद के बीच स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। 11 मई से पूरी तरह वातानुकूलित विशेष ट्रेनों के लिए बुकिंग फिर से शुरू होने के बाद से दो लाख से अधिक यात्रियों ने इन ट्रेनों में यात्रा करने के लिए टिकट बुक किए हैं। रेलवे द्वारा यात्री सेवाओं को बंद करने के फैसले के कारण 9,000 यात्री ट्रेनों, 3,500 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों सहित लगभग 12,500 दैनिक ट्रेनों को रोकना पड़ा था।
सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में करीब 1,200 यात्री यात्रा करते हैं। इतनी ही तादाद में यात्रियों को स्पेशल ट्रेनों में भी ले जाया जा रहा है। ट्रेन में चढऩे से पहले यात्रियों की संक्रमण से जुड़ी जांच की जाती है। हालांकि इस बीच रेल यात्री सेवाएं भले ही रोक दी गईं थीं लेकिन जरूरी वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए माल ढुलाई जारी रखी गई थी। भारतीय रेलवे के अनुसार अब तक विशेष ट्रेनों में 2,34,000 से अधिक यात्रियों के लिए 1,25,000 से अधिक टिकट बुक किए गए हैं। बुधवार को इन ट्रेनों में 20,149 लोगों ने सफर किया, वहीं गुरुवार को करीब 25,737 लोगों के सफर करने की उम्मीद थी।
दूसरी ओर, गुरुवार तक देश भर के विभिन्न राज्यों से कुल 800 'श्रमिक विशेष ट्रेनों' का संचालन किया जा रहा है जिनमें 10 लाख से अधिक यात्रियों ने यात्रा की। ये 800 ट्रेनें आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मिजोरम, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल जैसे विभिन्न राज्यों तक संचालित की गईं। इन ट्रेनों में यात्रियों को मुफ्त भोजन और पानी का इंतजाम किया जाता है।
दिलचस्प बात है कि एक अलग अधिसूचना में रेलवे ने संकेत दिया कि स्पेशल ट्रेनों की 22 मई से शुरू होने वाली यात्राओं के लिए 15 मई से खुलने वाली बुकिंग में अब प्रतीक्षा सूची वाले टिकट भी उपलब्ध होंगे। एक रेलवे अधिकारी ने बताया, 'अब हमने इन ट्रेनों के लिए रिफंड नियमों में ढील दी है। हम 22 मई से चुनिंदा प्रतीक्षा सूची के टिकट भी जारी करना शुरू कर देंगे क्योंकि कुछ यात्री अंतिम समय में अपने टिकट रद्द कर रहे हैं। इन ट्रेनों में आरएसी (रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन) नहीं होगा और कोई तत्काल और प्रीमियम तत्काल कोटा उपलब्ध नहीं होगा।
लॉकडाउन से अब तक रेलवे के कदम
22 मार्च : रेलवे ने यात्री सेवाएं बंद कर दीं
1 मई: श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत की
12 मई: 15 विशेष ट्रेनों की शुरुआत की
800 : श्रमिक स्पेशल ट्रेनें अब तक चलाई गईं हैं
10 लाख: लोगों ने श्रमिक ट्रेनों में यात्रा की है
125,000 : टिकट अब तक स्पेशल ट्रेन में बुक किए गए हैं