कामगारों की अनुपलब्धता से उत्पादन होगा प्रभावित : मारुति | अरिंदम मजूमदार / नई दिल्ली May 13, 2020 | | | | |
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति सुजूकी ने आज कहा कि स्थिति सामान्य होने में वक्त लगेगा क्योंकि वह कामगारों की अनुपलब्धता से जुड़ी समस्या और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उत्पादन के लिए काम कर रही है।
मारुति सुजूकी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा, अभी इस पर काफी अनिश्चितता है कि कब रिकवरी देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा, काफी ज्यादा श्रमिक यानी कामगार अपने गांव चले गए हैं, जिससे उत्पादन प्रभावित हो रहा है। भार्गव ने कहा, अपने गांव वापस चले गए कामगारों को पाना आसान नहीं है। सोशल डिस्टेंसिंग का नया प्रोटोकॉल भी कुछ हद तक उत्पादकता घटाता है। भार्गव ने ये बातें यह पूछे जाने पर कही कि उद्योग को रिकवर होने में कितना वक्त लगेगा।
मैनुअल कामगार ज्यादातर बिहार, यूपी के हैं और वे मारुति जैसी बड़ी विनिर्माण कंपनियों के केंद्र में हैं, जिस पर वे दूसरों के मुकाबले अपनी नौकरी के लिए ज्यादा आश्रित हैं, जिसके लिए उन्हें विशेषीकृत प्रशिक्षण की आवश्यकता है। ज्यादातर अपने गांव चले गए हैं क्योंकि लॉकडाउन ने आर्थिक गतिविधियों पर रोक लगा दी है और इस तरह से उनकी जीविका पर असर पड़ा है।
कंपनी ने जनवरी-मार्च की तिमाही में सालाना आधार पर शुद्ध लाभ में 28 फीसदी की गिरावट दर्ज की, जिसकी मुख्य वजह कारों की सुस्त मांग थी और इस पर एक महीने से ज्यादा लंबे लॉकडाउन का खासा असर पड़ा और इस वजह से कंपनी का उत्पादन और बिक्री शून्य हो गई।
हालांकि भार्गव ने कहा कि उन्हें त्योहारी सीजन में बाजार में रिकवरी की उम्मीद है। उन्होंने कहा, निश्चित तौर पर त्योहारी सीजन में मांग उद्योग के उत्पादन के मुकाबले ज्यादा होगी। लेकिन तब तक हम यह तय करने में सक्षम होंगे कि सुरक्षा व डिस्टेंसिंग के नए मानकों के मुताबिक कैसे काम किया जा सकता है। कंपनी की शुद्ध बिक्री तिमाही के दौरान 17.1 फीसदी घटकर 17,186.7 करोड़ रुपये की रह गई। इस दौरान कुल वाहन बिक्री 16 फीसदी घटकर 3,85,025 वाहन रही।
कंपनी का परिचालन लाभ इस अवधि में 31.7 फीसदी घटकर 1,546 करोड़ रुपये रह गया, वहीं मार्जिन 200 आधार अंक घटकर 8.5 फीसदी रह गया क्योंकि कुल खर्च में बढ़ोतरी हुई।
मारुति ने हालांकि नियोजित पूंजीगत खर्च में कटौती नहीं की है। कंपनी वित्त वर्ष 20-21 में 2,700 करोड़ रुपये निवेश करेगी। भार्गव ने कहा, हमें लंबी अवधि के लिए काम करना है। हमें अर्थव्यवस्था पर पूरा भरोसा है। हम इस साल पूंजीगत खर्च को टालने की हिम्मत नहीं कर सकते।
मारुति की एंट्री लेवल कार में मजबूत उपस्थिति है और वह रिकवरी करने वाली पहली कंपनी होगी क्योंकि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए कार खरीदेंगे, लेकिन ज्यादा महंगी कार नहीं लेंगे क्योंंकि वेतन में कटौती व नौकरियों के नुकसान काबू से बाहर हो गया है। दौलत कैपिटल के विश्लेषकों ने कहा, दोपहिया, एंट्री लेवल कार, टायर, बैटरीज आदि की मांग वित्त वर्ष 2021 की दूसरी छमाही में बहाल होने की संभावना है।
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