लॉकडाउन में ऑर्डर बेहद मामूली | |
विवेट सुजन पिंटो / 05 13, 2020 | | | | |
बीएस बातचीत
ब्यूटी रिटेलर नायिका की संस्थापक एवं मुख्य कर्याधिकारी फाल्गुनी नायर ने स्वीकार किया कि लॉकडाउन के बाद ऑर्डर घटकर बेहद मामूली रह गया है। हालांकि निवेश फर्म स्टीडव्यू कैपिटल के नेतृत्व में 167 करोड़ रुपये के निवेश से नायिका को अपने नुकसान की भरपाई करने में मदद मिलेगी। नायर ने विवेट सुजन पिंटो से बातचीत में कहा कि ग्राहक अब आवश्यक वस्तुओं पर लगातार ध्यान केंद्रित करेंगे। पेश हैं मुख्य अंश:
लॉकडाउन 3.0 जल्द ही खत्म होने वाला है। गैर-जरूरी वस्तुओं के खुदरा विक्रेताओं के जीवन में आप क्या बदलाव देख रही हैं?
मुझे लगता है कि हर किसी ने महसूस किया है कि लॉकडाउन खत्म होने पर खुदरा क्षेत्र में कोई जादू का क्षण नहीं होगा, विशेष तौर पर गैर-जरूरी खुदरा श्रेणी में। सौन्दर्य श्रेणी में धीरे-धीरे सुधार होगा। हां, उपभोक्ताओं को इन उत्पादों की जरूरतें हैं। संभावित मांग जबरदस्त है और हमें उसके अनुरूप सर्विस भी करनी है। लेकिन जो सर्विसिंग कौशल में दमदार हैं वही टिके रहेंगे। फिलहाल फोकस ज्यादातर आवश्यक वस्तुओं पर ही रहेगा।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के अलावा आपके 60 ऑफलाइन स्टोर हैं। क्या तीसरे चरण के लॉकडाउन में राज्यों द्वारा दी गई रियायत के बाद उनमें से एक भी स्टोर खुला है?
हां, ऑरेंज जोन और ग्रीन जोन में कुछ एकल स्टोर खुले हैं। लेकिन रेज जोन और मॉल एवं शॉपिंग सेंटर में मौजूद स्टोर नहीं खुले हैं। वितरण के संदर्भ में काफी चुनौतियां हैं क्योंकि ऑफलाइन हो अथवा ऑनलाइन, 50 से 55 फीसदी सौंदर्य कारोबार महानगरों से आता है जो अभी रेड जोन में हैं। यदि आप हमारे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर गौर करेंगे तो पाएंगे कि कोविड से पहले हम जो रोजाना ऑर्डर हासिल करते थे अब उसका महज एक अंश बचा हुआ है। ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारे आधे से अधिक पिनकोड रेड जोन में हैं जहां हम सीमित सेवाएं ही दे सकते हैं। रेज जोन में केवल अनिवार्य सौंदर्य प्रसाधन की ही अनुमति है।
अनिवार्य सौंदर्य प्रसाधन से क्या तात्पर्य है और विभिन्न जोन में आपकी सूची किस प्रकार विभाजित है?
रेड जोन में ग्राहकों को केवल साबुन, शैंपू और हेयर कंडिशनर जैसे उत्पादन ही मिलेंगे। ये आवश्यक वस्तुएं हैं। जबकि ऑरेंज एवं ग्रीन जोन में ग्राहकों को चुनने के लिए उत्पादों की एक व्यापक शृंखला उपलब्ध होगी। इन जरूरतों को ध्यान में रखते हुए गोदामों में पर्याप्त स्टॉक रखना होगा। हम इन्वेंटरी-ओनली मॉडल पर परिचालन करते हैं जहां गोदामों में स्टॉक न होने पर ऑर्डर स्वीकार नहीं किया जाता है।
कोविड के बाद की दुनिया में ऑनलाइन खरीदारी बढ़ेगी। इसके लिए आप किस प्रकार की तैयारी कर रही हैं?
हमारी पहली प्राथमिकता यह सुनिश्चित करने की होगी कि आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त इन्वेंटरी उपलब्ध हो। लॉकडाउन के बाद के बाजार के लिए हम अध्ययन कर रहे हैं। उसका एक उदाहरण चीन हो सकता है। चीन में गैर-जरूरी उत्पादों की खुदरा मांग में जबरदस्त उछाल आया है। लेकिन मेरा व्यक्तिगत आकलन है कि भारत में धीरे-धीरे बदलाव दिखेगा। हमारे विनिर्माताओं सहित अन्य भागीदारों के साथ बातचीत से भी ऐसा ही लगता है।
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