मई में टीडीएस संग्रह में 22 फीसदी कमी | दिलाशा सेठ / नई दिल्ली May 12, 2020 | | | | |
स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) से राजस्व संग्रह में आई 22 फीसदी की कमी से अप्रैल में बड़ी मात्रा में नौकरी से निलंबन और वेतन कटौती के संकेत मिलते हैं। जबकि कोरोनावायरस महामारी के कारण किराया गतिविधियां स्थायी बनी हुई है। टीडीएस का आंकड़ा 10 मई तक का है जो टीडीएस भुगतान के लिए अंतिम दिन था। 1 मई से 10 मई के बीच टीडीएस संग्रह 44,110 करोड़ रुपये रहा जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 56,447 करोड़ रुपये रहा था। सच्चाई है कि चालू वित्त वर्ष में 10 मई तक सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 14.6 फीसदी घटकर 85,665 करोड़ रुपये रहा जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 1 लाख करोड़ रुपये रहा था। दरअसल महीने के पहले 10 दिनों आया कर संग्रह टीडीएस होता है।
आर्थिक गतिविधि स्थिर बनी हुई है और 24 मार्च से लागू लॉकडाउन तीसरी बार बढ़ाए जाने से कारोबारी उम्मीद ऐतिहासिक रूप से न्यूनतम स्तर पर चली गई है। अप्रैल में मार्किट का सर्विसेज पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स गिरकर महज 5.4 रह गया जो मार्च में 49.3 रहा था। यह 14 वर्ष पहले सर्वेक्षण के आरंभ के बाद से ऐतिहासिक न्यून स्तर है।
भले ही प्रधानमंत्री मोदी ने उद्योगों से कर्मचारियों को नहीं निकालने की अपील की थी लेकिन आंकड़े दिखाते हैं कि उनमें से बहुत से उद्यमों ने कर्मचारियों का निलंबन किया है।
टीडीएस का भुगतान बकाया होते ही करना पड़ता है फिर चाहे वेतन को आगे के लिए टाल दिया गया हो।
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