नकारात्मक कीमत पर जिंसों की होगी नीलामी | राजेश भयानी / मुंबई May 12, 2020 | | | | |
पिछले महीने 20 तारीख को अप्रैल में एक्सपायर होने वाले कच्चे तेल अनुबंध के विवादास्पद निपटान के बाद एमसीएक्स ने अब नकारात्मक कीमतों में कारोबार शुरू करने वाली सभी जिंसों के कारोबारियों को बाहर निकलने का अवसर देने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था पर अमल करने का निर्णय लिया है। 20 अप्रैल की एक्सपायरी के विवादास्पद निपटान में एमसीएक्स ने कच्चा तेल अनुबंध को पहली बार -2,884 रुपये प्रति बैरल पर हुआ था।
एक्सचेंज की इस पहल को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि उसका सॉफ्टवेयर किसी जिंस में 1 रुपये से नीचे कारोबार की अनुमति नहीं देता है। नाइमैक्स ने शुरू में ऐसा सिस्टम विकसित किया था, जिसमें निगेटिव यानी बड़ी गिरावट वाले सौदे संभव थे।
एमसीएक्स के ताजा परिपत्र के अनुसार, 'किसी भी कारोबारी दिन अगर कच्चे तेल अनुबंध की कीमत ट्रेडिंग सिस्टम में सबसे कम कीमत (यानी 1 रुपये) पर बंद होती है और यह कारोबार के आखिरी 1 मिनट (मौजूदा समय मे रात 11.15 से 11.30 रात) के दौरान लगातार उसी स्तर पर बनी रहती है और संबद्घ अंतरराष्टï्रीय संदर्भ अनुबंध निगेटिव कीमत पर कारोबार कर रहा हो, तो एक्सचेंज बाजार कारोबारियों को अपने खुले पोजीशन बेचने में सक्षम बनाने के लिए वायदा अनुबंध के लिए अलग नीलामी सत्र आयोजित कर अतिरिक्त सुविधा मुहैया कराएगा। यह सुविधा कच्चा तेल वायदा अनुबंध के निपटान दिन पर उपलब्ध नहीं होगी।'
एक्सचेंज ने कहा है कि यह सुविधा शर्तों को पूरा करने वाली सभी अन्य जिंसों के लिए भी उपलब्ध होगी। जब एमसीएक्स पर कीमत 1 रुपये पर पहुंच जाएगी (जब अंतरराष्टï्रीय कारोबार में गिरावट होगी), कारोबार बंद हो जाएगा। अन्य महत्वपूर्ण बिंदु कच्चे तेल के अलावा किसी भी जिंस के लिए नीलामी सुविधा का विस्तार किया जाना है। यह एक महत्वपूर्ण पहल है क्योंकि बाजार ने निगेटिव कीमत पर कारोबार की आशंका वाले प्राकृति गैस अनुबंध की संभावना पर चर्चा पहले ही शुरू कर दी है। पिछले सप्ताह, सीएमई समूह ने घोषणा की थी कि न्यूयॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज (नाइमेक्स) निगेटिव कीमतों को समर्थन देने के उपाय कर रहा है।
पिछले महीने एमसीएक्स पर निगेटिव कीमत निपटान के बाद, कच्चे तेल अनुबंध में बड़े कारोबार वाली कई कंपनियों ने कच्चे तेल में ट्रेडिंग रोक दी या ग्राहकों के लिए मार्जिन कई गुना बढ़ा दिया था। इसकी वजह से कारोबार और पोजीशन प्राकृतिक गैस अनुबंध की ओर केंद्रित हो गए। एमसीएक्स पर अप्रैल अनुबंध के निपटान (20 अप्रैल) से प्राकृतिक गैस में कारोबार 3 से 4 गुना बढ़ गया है और एमसीएक्स के कुल कारोबार में उसकी भागीदारी 6 प्रतिशत से दोगुनी बढ़कर 11.8 प्रतिशत हो गई है। हालांकि कच्चे तेल की भागीदारी 29.4 प्रतिशत से आधी घटकर 13.5 प्रतिशत रह गई है।
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