देश की तीसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी सेवा कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजिज ने चौथी तिमाही के दौरान अपने प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले बेहतर आय वृद्धि दर्ज की है। कंपनी ने कहा है कि उसे नहीं लगता कि कोविड-19 वैश्विक महामारी का प्रभाव लंबी अवधि तक रहेगा। नोएडा की इस कंपनी ने भी मौजूदा वैश्विक अनिश्चितता के कारण पूरे साल के लिए अनुमान जारी नहीं किया है। कंपनी का कहना है कि कोविड-19 का प्रभाव लघु अवधि में दिखेगा।
एचसीएल टेक्नोलॉजिज के सीईओ सी विजय कुमार ने कहा कि वॉल्यूम आधारित बिलिंग में लघु अवधि का प्रभाव दिख सकता है क्योंकि ग्राहकों ने अपने कुछ संयंत्र बंद कर दिए हैं और कर्मचारियों को कुछ दिनों के लिए छुट्टïी दे दी गई है। ग्राहक विवेकाधीन खर्च को टाल रहे हैं, नई परियोजना संबंधी निर्णय में सुस्ती दिख रही है और मूल्य में छूट एवं भुगतान शर्तों में विस्तार जैसी मांग की जा रही है। उन्होंने कहा कि एचसीएल टेक्नोलॉजिज जैसी कंपनी के लिए मध्यम एवं लंबी अवधि में संभावनाएं काफी बेहतर रहने के आसार हैं।
टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज और इन्फोसिस जैसी बड़ी कंपनियों की वार्षिक राजस्व वृद्धि में स्थिर मुद्रा पर गिरावट दर्ज की गई है। जबकि इनके मुकाबले एचसीएल टेक्नोलॉजिज का प्रदर्शन बेहतर रहा है। एचसीएल टेक्नोलॉजिज का राजस्व 31 मार्च 2020 को समाप्त तिमाही के दौरान क्रमिक आधार पर 2.5 फीसदी बढ़कर 18,590 करोड़ रुपये हो गया जबकि वार्षिक आधार पर उसमें 16.3 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। तिमाही के दौरान शुद्ध आय पिछली तिमाही के मुकाबले 3.8 फीसदी और पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 22.8 फीसदी बढ़कर 3,154 करोड़ रुपये हो गई।
स्थिर मुद्रा आधार पर कंपनी के राजस्व में पिछली तिमाही के मुकाबले 0.8 फीसदी और पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 13.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। डॉलर में कंपनी का राजस्व पिछली तिमाही के मुकाबले 2.5 अरब डॉलर पर लगभग स्थिर रहा जबकि वार्षिक आधार पर उसमें 11.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। इसी प्रकार शुद्ध आय पिछली तिमाही के मुकाबले 1.2 फीसदी और पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 18.4 फीसदी बढ़कर 43.1 करोड़ डॉलर हो गई।
विजय कुमार ने कहा कि तिमाही के दौरान एचसीएल ने 14 परिवर्तनकारी सौदे किए जो दूरसंचार, हाई-टेक, रिटेल, विनिर्माण एवं वित्तीय सेवा क्षेत्र से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि मार्च तिमाही में मंदी के बावजूद रिकॉर्ड बुकिंग हुई।