लॉकडाउन से ब्यूटी-पर्सनल केयर की चमक घटी | विवेट सुजन पिंटो / मुंबई May 08, 2020 | | | | |
इन दिनों ज्यादातर सुपरमार्केट और किराना स्टारों पर सामान्य रुझान दिख रहा है। वहीं कॉस्मेटिक्स, स्किन क्रीम, हेयर ऑयल और लोशन समेत ज्यादातर ब्यूटी और पर्सनल केयर उत्पादों का बाजार ठंडा दिख रहा है जिससे इस क्षेत्र में परिचालन कर रही कंपनियों का बिक्री राजस्व प्रभावित हो रहा है।
हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) और मैरिको जैसी कुछ प्रमुख पर्सनल केयर कंपनियों के वित्तीय नतीजों पर प्रभाव स्पष्टï तौर पर दिखा है। बाजार शोध एजेंसी नीलसन ने भी कमजोर रुझान की पुष्टिï की है। पिछले सप्ताह जारी अपनी जनवरी-मार्च की त्रैमासिक रिपोर्ट में नीलसन ने कहा है कि ब्यूटी और पर्सनल केयर जैसी श्रेणियों के साथ गैर-खाद्य सेगमेंट ने मार्च में 0.8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की, क्योंकि मुख्य जोर लॉकडाउन के पहले चरण में जरूरी चीजों की जमाखोरी पर रहा।
नीलसन के अध्यक्ष (दक्षिण एशिया) प्रसून बसु ने कहा, 'सामान्य खपत में कमजोरी की वजह से डिस्क्रेशनरी श्रेणियों में पहले से ही मंदी की स्थिति बनी हुई थी। वहीं कोविड-19 संकट से हालात और बदतर हुए हैं।'
जनवरी-मार्च की पूरी अवधि के लिए, गैर-खाद्य सेगमेंट ने महज 1.8 प्रतिशत की वृद्घि दर दर्ज की जो अक्टूबर-दिसंबर 2019 के 3.8 प्रतिशत के मुकाबले काफी कम थी। इसके विपरीत खाद्य श्रेणी ने मार्च में 6.2 प्रतिशत, पूरी मार्च तिमाही में 7.8 प्रतिशत और दिसंबर तिमाही में 8.3 प्रतिशत की वृद्घि दर्ज की।
नीलसन का कहना है कि खाद्य और गैर-खाद्य श्रेणियों के लिए अप्रैल की वृद्घि के आंकड़े लगातार कमजोर बने रहेंगे और स्थिति काफी हद तक वैसी ही रहेगी जैसी कि मार्च में दर्ज की गई, क्योंकि मार्च से लॉकडाउन बरकरार है।
जरूरी चीजों के लिए मांग बढऩे से एचयूएल और अन्य पर्सनल केयर कंपनियां स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित हुई हैं। पिछले सप्ताह एचयूएल के मुख्य वित्तीय अधिकारी श्रीनिवास पाठक ने कहा था कि कंपनी द्वारा आने वाले सप्ताहों में हाइजीन श्रेणी में कई और उत्पाद पेश किए जाएंगे।
चौथी तिमाही में एचयूएल ने ब्यूटी एवं पर्सनल केयर सेगमेंट के राजस्व में 13.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की जबकि मुनाफा 22.5 प्रतिशत घटा और मार्जिन में पिछले साल के मुकाबले 291 आधार अंक तक की कमी आई।
औसत तौर पर एचयूएल के राजस्व और मुनाफे में ब्यूटी और पर्सनल केयर का 46 प्रतिशत और 56 प्रतिशत का योगदान है। चौथी तिमाही में यह घटकर 44 और 56 प्रतिशत रह गया था।
मैरिको के लिए भी स्थिति अलग नहीं है। चौथी तिमाही के नतीजों से पता चलता है कि उसके पैराशूट कोकोनट ऑयल पोर्टफोलियो की बिक्री में 8 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।
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