प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तरफ से दायर अभियोजन शिकायत में येस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर के खिलाफ कई आरोपों को उजागर किया गया है। इन आरोपों में 5,500 करोड़ रुपये से अधिक की रिश्वत, कंपनियों को बैंक ऋण बांटने में बहुत सी विसंगतियां, आधिकारिक पद का दुरुपयोग कर ऋण बढ़ाने की सुविधाएं, पैसे की चोरी और उसे सफेद बनाने के लिए लिए सैकड़ों शेल कंपनियों की स्थापना, बहुत से डिफॉल्ट और रिश्वत की रकम से परिसंपत्तियां खरीदना आदि शामिल हैं।
इस संघीय एजेंसी ने आज मुंबई में धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की विशेष अदालत में अपनी पहली अहम अभियोजन शिकायत सौंपी, जिसे आम तौर पर आरोप-पत्र कहा जाता है। इस 10,000 से अधिक पृष्ठ के आरोप-पत्र में कपूर के अलावा उनकी पत्नी बिंदु कपूर, तीन बेटियों- राखी कपूर, रोशनी तथा राधा कपूर और उनके द्वारा कथित रूप से नियंत्रित तीन कंपनियों- मॉर्गन क्रेडिट्स, आरएबी एंटरप्राइजेज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड और डूइट अर्बन वेंचर्स के नाम हैं।
एक सूत्र ने कहा, 'इन कंपनियों से संबंधित दस्तावेजों से यह सामने आया है कि कुछ धनराशि येस बैंक से इन कंपनियों में भेजी गई, जिसका इस्तेमाल बाद में अवैध परिसंपत्तियां बनाने में किया गया।'
एक वकील ने कहा कि ईडी को पीएमएलए अधिनियम के तहत किसी व्यक्ति को गिरफ्तार करने के 90 दिन के भीतर अभियोजन शिकायत दायर करनी होती है। तभी यह एजेंसी खुद द्वारा कुर्क या जब्त की गई परिसंपत्तियों को बचा सकती है। इससे दोषी व्यक्ति कानून के तहत निर्धारित समय-सीमा का हवाला देते हुए जब्ती को हटाने का लाभ नहीं ले सकता। उन्होंने कहा कि अदालत ने अभी आरोप-पत्र का संज्ञान नहीं लिया है।
माना जा रहा है कि इस आरोप-पत्र में एजेंसी ने करीब 170 बैंक खातों का ब्योरा दिया है, जिनका इस्तेमाल दीवान हाउसिंग फाइनैंस जैसी कंपनियों से रिश्वत की राशि लेने में किया गया। इन कंपनियों से रिश्वत उनके कर्ज को बढ़ाने के एवज में ली गई। इसके अलावा भारत एवं विदेश में करीब 112 शेल कंपनियों का जिक्र किया गया है, जिनका इस्तेमाल कपूर परिवार काले धन को सफेद बनाने में कर रहा था।
आरोप-पत्र में प्रत्येक लेनदेन का विस्तृत विश्लेषण देते हुए कहा गया है कि जांच में 5,500 करोड़ रुपये की राशि ऐसी पाई गई है, जिसे आरोपी व्यक्तियों ने प्राप्त किया, छिपाया और आपराधिक कृत्य से प्राप्त होना स्वीकार किया है।
इस आरोप-पत्र में यह तरीका भी बताया गया है कि कैसे कपूर एवं उनके परिवार ने उन कंपनियों से प्राप्त रिश्वत के पैसे से पॉश इलाकों में परिसंपत्तियां खरीदीं, जिन्हें कपूर के इशारे पर बैंक से ऋण बांटे जा रहे थे। अब तक एजेंसी ने कपूर परिवार की भारत एवं विदेश में दर्जनों परिसंपत्तियां चिह्नित कर ली हैं। विदेशी परिसंपत्तियों में दो लक्जरी होटल, लंदन में दो आवासीय अपार्टमेंट और ब्रिटेन में याट शामिल हैं।