सरकार ने 822 करोड़ रुपये मूल्य के सॉवरिन गोल्ड बॉन्ड की बिक्री की है। यह इश्यू 26 अप्रैल को पडऩे वाली अक्षय तृतीया से पहले बंद हुआ था। सॉवरिन गोल्ड बॉन्ड की बिक्री के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार बिक्री की यह राशि सरकार द्वारा की गई गोल्ड बॉन्ड बिक्री के हिसाब से तीसरी सबसे अधिक और सितंबर 2016 के बाद की सर्वाधिक राशि है। यहां तक कि इस अप्रैल में की गई बॉन्ड बिक्री के तहत सोने की मात्रा भी 1.77 टन की दर से जुलाई 2017 के बाद सर्वाधिक रही है। इस अप्रैल का यह बॉन्ड इश्यू बहुत महत्त्वपूर्ण था क्योंकि लॉकडाउन के दौरान अक्षय तृतीया के मौके पर सोना खरीदने का यह बड़ा अवसर था। चूंकि आभूषणों की दुकानें बंद थीं तथा सोने और आभूषणों की ऑनलाइन खरीद इतनी लोकप्रिय नहीं है, इसलिए निवेशकों ने निवेश का पैसा इसमें लगाना पसंद किया। पिछले साल अक्षय तृतीया मई में थी, लेकिन पहला सॉवरिन गोल्ड बॉन्ड इश्यू पिछले साल जून में खोला गया था। गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड भी एक अन्य विकल्प होता है, लेकिन सॉवरिन गोल्ड बॉन्ड की तुलना में यह कम आकर्षक रहता है। उदाहरण के लिए मार्च में 194 करोड़ की ताजा आमद हुई थी। अभी अप्रैल के आंकड़े नहीं आए हैं। लेकिन पिछले साल अक्षय तृतीया पर अनुमानित रूप से बिकने वाले 30 टन से अधिक सोने को देखते हुए इस साल उसके मुकाबले अक्षय तृतीया के अवसर पर स्वर्ण बॉन्ड सहित मुश्किल से 10 प्रतिशत हिस्सा रहने का अनुमान है। इस दिन दस लाख से अधिक शादी-विवाह होते हैं और गुड़ी पड़वा से कई गुना अधिक शादी-विवाह होते हैं जिससे अक्षय तृतीया आभूषण उद्योग के लिए प्रमुख अवसर बन गया था, लेकिन यह सब इस लॉकडाउन की भेंट चढ़ गया है। सॉवरिन गोल्ड बॉन्ड के संबंध में आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार नवंबर 2015 के बाद से जब यह योजना शुरू की गई थी, अब तक कुल 38 बॉन्ड इश्यू में से 34 इश्यू का मूल्य 40,000 रुपये से कम रहा है। सॉवरिन गोल्ड बॉन्ड की घोषणा नवंबर 2015 में की गई थी। इसका उद्देश्य सोने के आयात पर अंकुशल लगाने तथा निवेशकों को सोने में निवेश करने और भौतिक सोना खरीदे बिना सोने का मूल्य वापस पाने का मौका देना था। इस प्रकार अनावश्यक आयात से बचा जा सकता था। इस तरह के गोल्ड बॉन्ड के जरिये हासिल किया गया धन सरकार द्वारा लिया गया बाजार ऋण समझा जाता है और निवेशकों को कीमत के अलावा निवेशित धन पर 2.5 प्रतिशत ब्याज और पूंजीगत लाभ कर छूट भी मिलती है। बशर्ते इसे आठ साल की परिपक्वता अवधि तक रखा जाए। यही कारण है कि यह लोकप्रिय हो गया है। कुछ साल से सरकार यह इश्यू खुलने को लेकर अपने अर्ध वार्षिक कैलेंडर की घोषणा कर रही है। वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही का पहला इश्यू 24 अप्रैल को अक्षय तृतीया से दो दिन पहले बंद हुआ था। अगला इश्यू 11 मई को खुल रहा है। हर महीने एक इश्यू के साथ पहली छमाही के प्रत्येक महीने में कुल 6 इश्यू होंगे। इसका आखिरी इश्यू 31 अगस्त को खुलेगा, जिसमें ओणम भी शामिल हो जाएगा।
