इंडसइंड बैंक का कर-पूर्व लाभ 18 फीसदी फिसला | बीएस संवाददाता / मुंबई April 28, 2020 | | | | |
निजी क्षेत्र के ऋणदाता इंडसइंड बैंक ने उच्च प्रावधानों के चलते अपने कर पूर्व लाभ में 18 फीसदी की गिरावट दर्ज की। मार्च 2020 में समाप्त तिमाही में बैक का कर पूर्व समेकित लाभ (पीबीटी) 416 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 507 करोड़ रुपये था। वहीं, वित्त वर्ष 2020 की तीसरी तिमाही से तुलना करने पर पीबीटी में 76 फीसदी की गिरावट देखी गई, क्योंकि वर्ष 2019-20 की तीसरी तिमाही में बैंक का पीबीटी 1,714 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 2020 की चौथी तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 315 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2019 की चौथी तिमाही में 360 करोड़ रुपये था। इसी तरह, 2019-20 की तीसरी तिमाही के मुकाबले इसमें 77 फीसदी की कमी आई है क्योंकि तीसरी तिमाही में यह 1,300 करोड़ रुपये रहा था।
मार्च 2020 तिमाही में बैंक ने ब्याज से प्राप्त आय में 45 फीसदी की तेजी दर्ज की और यह बढ़कर 3,232 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2019 का चौथी तिमाही में 2,332 करोड़ रुपये थी। हालांकि क्रमिक तौर पर शुद्ध ब्याज आय में 5.1 प्रतिशत की तेजी आई। 2019-20 की चौथी तिमाही में बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन 4.25 प्रतिशत रहा जबकि 2018-19 की मार्च तिमाही में यह 3.59 प्रतिशत था। वित्त वर्ष 2020 की तीसरी तिमाही में बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन 4.15 प्रतिशत था।
सालाना आधार पर बैंक की अग्रिम प्राप्तियां 11 फीसदी बढ़कर मार्च 2020 तिमाही में 2.06 लाख करोड़ रुपये हो गईं जो एक साल पहले की समान अवधि में 1.86 लाख करोड़ रुपये थी। हालांकि तिमाही आधार पर इसमें 630 करोड़ रुपये की गिरावट देखी गई। मार्च तिमाही के अंत में बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीआरएआर) 15.04 फीसदी रहा जो मार्च 2019 तिमाही के अंत में 14.16 प्रतिशत था।
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