ओयो ने किया वेतन कटौती का प्रस्ताव | |
नेहा अलावधी / नई दिल्ली 04 22, 2020 | | | | |
ओयो होटल्स ऐंड होम्स ने अपने सभी कर्मचारियों को अप्रैल से जुलाई के बीच वेतन में 25 फीसदी कटौती के लिए कहा है। साथ ही कंपनी ने कुछ लोगों को सीमित लाभ के साथ 4 मई से अगस्त के अंत तक चार महीने के लिए छुट्टी पर जाने के लिए कहा है। इससे कर्मचारी असमंजस में हैं और उनके पास अधिक विकल्प नहीं है।
भारत में ओयो के मुख्य कार्याधिकरी रोहित कपूर के एक ईमेल के जरिये कर्मचारियों को आज यह सूचना दी गई है। बिजनेस स्टैंडर्ड ने भी उस ईमेल की प्रति देखी है।
सूत्रों के अनुसार, वेतन में कटौती के दायरे में आने वाले ओयो के कर्मचारियों की संख्या 3,500 से भी अधिक हो सकती है। अमेरिकी बाजार में ओयो के कर्मचारियों की छंटनी के बाद ताजा दौर की छंटनी से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।
आतिथ्य सेवा कारोबार पर कोविड-19 के प्रभाव के बारे में बात करते हुए कपूर ने उस ईमेल में कहा है, 'इसलिए आज हमारी कंपनी भारत के लिए एक कठिन लेकिन आवश्यक कदम उठा रही है जिसके तहत हम सभी ओयोकर्मियों को वेतन में 25 फीसदी की कटौती स्वीकार करने के लिए कह रहे हैं। यह अप्रैल-जुलाई 2020 के वेतन के लिए प्रभावी होगा। आपके अनुबंध की अन्य सभी शर्र्तें अपरिवर्तित रहेंगी। साथ ही ध्यान देने की बात यह है कि इसके लिए ऐसी योजना बनाई जाएगी ताकि प्रस्तावित वेतन कटौती के बाद किसी कर्मचारी के निर्धारित वेतन 5 लाख रुपये सालाना से कम न हो।'
कपूर ने कहा कि कंपनी को 4 मई 2020 से अगस्त 2020 तक चार महीने के लिए कुछ ओयोकर्मियों को सीमित लाभ के साथ छुट्टिïयों पर रखने का कठिन निर्णय लेना पड़ा है। इस अवकाश पर जाने वालों को स्वास्थ्य बीमा एवं अभिभावक बीमा में योगदान, स्कूल फी की प्रतिपूर्ति आदि लाभ मिलता रहेगा। इसके अलावा सीमित लाभ के साथ अवकाश पर जाने वाले हमारे साथियों को यदि कोई चिकित्सा आपात स्थिति का सामना करना पड़ता है तो जरूरत पडऩे पर कंपनी बीमित राशि से इतर मदद करने के लिए तैयार रहेंगी।
इस आतिथ्य सेवा कंपनी के एक कर्मचारी ने कहा, 'बेहतर यही होता कि वे हमें अभी निकाल देते।' उन्होंने कहा, 'वेतन में कटौती इन चीजों को करने का एक स्मार्ट तरीका है। जापान और अमेरिका जैसे देशों में सरकार वेतन में कटौती के शिकार कर्मियों को 20 से 70 फीसदी वेतन देती है क्योंकि उन देशों में सामाजिक सुरक्षा का लाभ मिलता है। भारत में ऐसा नहीं है। लोग निराश हैं क्योंकि ऐसा अचानक किया गया है।'
हालांकि कंपनी ने अमेरिका में कई कर्मचारियों और ठेकेदारों को बाहर करने के बाद इस महीने के आरंभ में कहा था कि लॉकडाउन अवधि के दौरान भारत सरकार के निर्देशें के अनुसार कर्मचारियों की छंटनी नहीं की जाएगी। लॉकडाउन की अवधि 3 मई को समाप्त होने जा रही है। कंपनी ने कहा था, 'ओयो 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन की इस अभूतपूर्व अवधि में ऐसी कोई कार्रवाई न करने के लिए प्रतिबद्ध है जिससे 10 हजार से अधिक ओयोकर्मियों और ओयो द्वारा प्रबंधित परिसंपत्तियों के 10 हजार कर्मचारियों के लिए रोजगार की स्थिति और वेतन प्रभावित होगा।'
हालांकि कर्मचारियों को वर्तमान लॉकडाउन खत्म होने के बाद 4 मई से कुछ समय के लिए छुट्टïी पर जाने के लिए कहा गया है। अपनी पहचान जाहिर न करने की शर्त पर एक अन्य कर्मचारी ने कहा, 'बात यह है कि हम कंपनी छोड़ भी नहीं सकते और इसलिए हमें बिना वेतन के बैठना पड़ेगा।' उन्होंने कहा, 'शीर्ष स्तर पर कई ऐसे कर्मचारी हैं जिन्हें जरूरत से अधिक भुगतान किया जाता है। हम 25, 25 साल के उन लोगों की बात कर रहे हैं जो करोड़ों में कमाते हैं। लेकिन जिन्हें छुट्टïी पर नहीं भेजा जा रहा है उनके वेतन में 25 फीसदी कटौती करने का कोई मतलब नहीं है। यदि हम इस मुद्दे पर कुछ पूछना चाहेंगे तो फिलहाल मैनेजर भी उपलब्ध नहीं हैं।'
मौजूदा कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण आतिथ्य सेवा उद्योग को जबरदस्त झटका लगा है। ओयो ने इससे पहले कहा था कि चीन, डेनमार्क और जापान जैसे बाजारों में कुछ सुधार दिख रहा है लेकिन उसके राजस्व में 50 से 60 फीसदी की गिरावट आई है। जबकि वैश्विक स्तर पर कुछ अन्य होटल शृंखलाओं के राजस्व में 75 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है।
गुरुग्राम की कंपनी ने पहले कहा था कि दुनिया भर में उसकी कार्यकारी टीम ने स्वेच्छा से 25-30 फीसदी वेतन कटौती का निर्णय लिया है जबकि सीईओ और संस्थापक रितेश अग्रवाल साल की शेष अवधि के लिए 100 फीसदी वेतन कटौती कर रहे हैं।
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