बीएस बातचीतटाइटन के कुल राजस्व में करीब 80 फीसदी का योगदान करने वाली उसकी आभूषण इकाई ने कोविड-19 लॉकडाउन के कारण मार्च में राजस्व में 5 फीसदी की गिरावट दर्ज की है। कंपनी अब उन ग्राहकों के लिए एक डिजिटल पहल करने जा रही है जो अक्षय तृतीया के दौरान सोना खरीदना चाहते हैं। टाइटन के सीईओ (आभूषण इकाई) अजय चावला ने समरीन अहमद से बातचीत में कहा कि करीब 54 फीसदी ग्राहकों ने इस अवसर पर सोना खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। पेश हैं मुख्य अंश: इस साल लॉकडाउन के दौरान होने वाली अक्षय तृतीया के लिए टाइटन ने क्या योजना बनाई है? बिक्री के लिहाज से धनतेरस के बाद अक्षय तृतीया हमारे लिए दूसरा सबसे महत्त्वपूर्ण त्योहार है। हमने अपने उन ग्राहकों से संपर्क किया जो आमतौर पर अक्षय तृतीया में खरीदारी करते रहे हैं। हमने पाया कि उनमें से 54 फीसदी ग्राहक इस अवसर पर खरीदारी करना चाहते हैं, भले ही यह टोकन खरीद क्यों न हो। चूंकि सोने के मूल्य में तेजी आई है, इसलिए लोग सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की खरीदारी को बेहतर मान रहे हैं। इसके प्रति कारोबारी समुदाय का नजरिया भी सकारात्मक है। यहां तक कि वेतनभोगी वर्ग भी सोने को एक दिलचस्प परिसंपत्ति वर्ग के रूप में देखने लगा है।इन ग्राहकों के लिए आप किस प्रकार की पेशकश की तैयारी कर रहे हैं? इस बार यह ई-अक्षय तृतीया के रूप में होगा क्योंकि स्टोर 3 मई तक बंद रहेंगे। हमारा केंद्रीय गोदाम होसुर में है और जब तक हम अपने गोदाम तक नहीं पहुंचेंगे तब तक डिलिवरी शुरू नहीं हो पाएगी। हालांकि हमने ऑनलाइन ऑर्डर बुकिंग शुरू कर दी है। हम ग्राहकों से 100 फीसदी अग्रिम लेंगे और जल्द से जल्द उन्हें डिलिवरी करने की कोशिश करेंगे। हम ग्राहकों को सोने के साथ-साथ पर जडि़त आभूषण पर मेकिंग चार्ज में 25 फीसदी छूट दे रहे हैं। साथ ही हम सोने के सिक्के के लिए एक योजना भी चला रहे हैं जो खरीदारों को वर्तमान दर पर बुकिंग करने की सुविधा देती है। यदि कोई ग्राहक 25 ग्राम सोना खरीदना चाहता है तो फिलहाल वह सोने के सिक्के के रूप में खरीदारी कर सकता है। इन सिक्कों को 30 नवंबर तक आभूषण की खरीदारी में कभी भी भुनाया जा सकेगा।कंपनी मांग में आई गिरावट से किस प्रकार निपटेगी? आभूषण की मांग को उतना झटका नहीं लगेगा जितना परिधान एवं जूते जैसे अन्य विवेकाधीन उत्पादों को क्योंकि इसके मूल्य में तेजी आ रही है। फिलहाल प्रत्येक उपभोक्ता केंद्रित कंपनी कठिन दौर से गुजर रही है। लॉकडाउन अवधि के दौरान खाई हुई हमारी बिक्री वापस नहीं आएगी। शादी-ब्याह के लिए की जाने वाली खरीदारी को फिलहाल टाली जा रही है क्योंकि ग्राहक दूसरी या तीसरी तिमाही में इस प्रकार की खरीदारी कर सकते हैं। इसके अलावा जन्मदिन एवं सालगिरह के लिए की जाने वाली खरीदारी में भी नरमी आई है। फिलहाल कोई नहीं जानता कि आगे क्या स्थिति रहेगी।संकट की इस घड़ी में टाइटन अपने करीब 10,000 कारीगरों का ध्यान कैसे रख रही है? हमने सुनिश्चित किया है कि उनके लिए नकदी प्रवाह बरकरार रहे। उनमें से कई अस्थायी तौर पर काम क्यों न करते हैं लेकिन फिलहाल कोई काम नहीं है। इसलिए हम प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष तौर पर उनकी मदद कर रहे हैं। जहां कहीं भी जरूरत हो, भोजन की व्यवस्था की जा रही है। जिन्हें नकद सहायता की आवश्यकता है, उनके लिए यह भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इस प्रकार की मदद काम शुरू होने तक कुछ महीने के लिए जारी रहेगी।
