'कर्मियों को दफ्तर लाने की जल्दबाजी नहीं' | |
देवाशिष महापात्र और साई ईश्वर / 04 20, 2020 | | | | |
बीएस बातचीत
प्रमुख आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज का मानना है कि कोविड-19 वैश्विक महामारी से उबरने के बाद 'वी-आकर' में सुधार होगा। हालांकि टाटा समूह की इस कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 की पहली और दूसरी तिमाही के दौरान तमाम चुनौतियों से सामना होने की आशंका जताई है लेकिन चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में सुधार की राह पर लौटने की उम्मीद है। टीसीएस के मुख्य परिचालन अधिकारी एन गणपति सुब्रमण्यन ने देवाशिष महापात्र और साई ईश्वर से बातचीत में कहा कि कंपनी की नजर विलय-अधिग्रहण संभावनाओं पर भी रहेगी। पेश हैं मुख्य अंश:
टीसीएस इस संकट से किस प्रकार निपट रही है? आप 50 फीसदी कर्मचारियों के साथ काम करने की योजना कैसे बना रहे हैं?
हमने दिसंबर में ही इस स्थिति से निपटना शुरू कर दिया था जब चीन में इसकी शुरुआत हुई थी और उसके बाद हम इस संकट से अच्छी तरह निपट रहे हैं। हम चीन से बहुत जल्दी चले गए जिससे हमारा कोई भी कर्मचारी प्रभावित नहीं हुआ है। मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए हमने एक समिति बनाई है जिसकी रोज बैठक होती है और वह वैश्विक स्तर पर कारोबार के संचालन में समन्वय करती है। फिलहाल हमारे 90 फीसदी से अधिक कर्मचारी घर से काम कर रहे हैं। जहां तक आईटी/ आईटीईएस कंपनियों को 50 फीसदी कर्मचारियों के साथ परिचालन के लिए सरकार की अनुमति का सवाल है तो हम इसे बारी-बारी से करने जा रहे हैं। हमें कर्मचारियों को कार्यालय में वापस लाने की कोई जल्दबाजी नहीं है। जब तक काम चलता रहेगा तब तक इसके लिए कोई जल्दबाजी नहीं होगी। साथा ही हमें विभिन्न संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए विभिन्न परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा।
कोविड-19 संकट के कारण मार्च में टीसीएस के परिचालन पर किस तरह का प्रभाव देखा गया? 2021 की पहली तिमाही में यह कितना गंभीर होगा?
मार्च में करीब दो-तिहाई प्रभाव का संबंध आपूर्ति पक्ष से था क्योंकि कर्मचारियों को घर से काम करना था और ग्राहकों से इसके लिए मंजूरी लेनी थी। हालांकि पहली तिमाही में 80 फीसदी प्रभाव मांग पक्ष से दिखेगा। लेकिन कुल मिलाकर हमें लगता है किहम इससे अच्छी तरह निपट लेंगे। हम 26,000 से अधिक परियोजनाओं को बिना किसी व्यवधान के पूरा कर रहे हैं।
चर्चा है कि ग्राहक कीमत में छूट, कम मदद और कुछ मामलों में भुगतान में देरी के लिए अनुरोध कर रहे हैं। इस पर आप क्या कहेंगे?
आप जो बता रहे हैं उसके बारे में हमने भी सुना है। लेकिन सभी ग्राहक ऐसा करने के लिए नहीं कह रहे हैं। कुछ लोग पूछते हैं कि आप इस स्थिति में कस प्रकार मदद कर सकते हैं जब उनका कारोबार दबाव में है। जबकि कुछ लोग कीमत में छूट के लिए कह रहे हैं। कुछ लोग परियोजना को फिलहाल रोकने का आग्रह कर रहे हैं। इसलिए तमाम तरह की चर्चा हो रही है। लेकिन हमने ऐसा भी देखा है कि कुछ ग्राहक परियोजना में तेजी लाने और समय से पहले पूरा करने के लिए कह रहे हैं। यहां तक कि कुछ ग्राहकों से हमें अतिरिक्त काम भी मिले हैं जिन्हें उनके अन्य वेंडर नहीं संभाल पा रहे हैं। इसलिए मिलीजुली प्रतिक्रिया दिख रही है।
तो क्या टीसीएस की फिलहाल कोई परियोजना रद्द नहीं हुई है?
नहीं, हमने कोई परियोजना रद्द होते नहीं देखी है। कुछ पॉकेट में परियोजनाओं को निलंबित किया गया है लेकिन पूरी तरह से रद्द नहीं किया गया है।
टीसीएस का कहना है कि कंपनी वित्त वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही तक पिछली वृद्धि की राह पर लौट आएगी। इसका राजस्व पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
फिलहाल इसके बारे में कुछ भी कहना कठिन है। जब हम वैश्विक वित्तीय संकट पर गौर करते हैं तो पता चलता है कि बुनियादी तौर पर बैंकिंग उद्योग प्रभावित हुआ था जिसका असर अन्य उद्योगों पर पड़ा। लेकिन मौजूदा परिस्थिति में लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियां ठप हो गई हैं। इसलिए जब तक इस वैश्विक महामारी को नियंत्रित नहीं कर लिया जाता और आर्थिक गतिविधियां सुचारु नहीं हो जातीं, सभी क्षेत्रों पर एक साथ प्रभाव पड़ेगा। फिलहाल हमें यही स्थिति दिख रही है। वित्त वर्ष 2020 की तीसरी तिमाही में हमारा राजस्व 39,000 करोड़ रुपये रहा और हम उम्मीद करते हैं कि वित्त वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही में भी यही स्थिति रहेगी। डील पाइपलाइन और मांग परिदृश्य को देखते हुए हम काफी आशान्वित हैं। इस महामारी के खत्म होने के बाद हरेक उद्योग में तेजी से सुधार होगा। इसलिए 'वी आकार' में सुधार दिखने के आसार हैं।
क्या आप विलय-अधिग्रहण की संभावनाएं तलाश रहे हैं क्योंकि आमतौर पर ऐसी स्थिति में सुदृढीकरण होता है?
निश्चित तौर पर हमारी नजर विलय-अधिग्रहण संभावनाओं पर रहेगी। जैसा आप जानते हैं कि वैश्विक वित्तीय संकट (2008) के दौरान टीसीएस ने सबसे बड़ा अधिग्रहण (सीटी ग्रुप के बीपीओ) किया था। इसलिए खरीदारी के लिए यह अच्छा समय है।
|