प्रवासी मजदूरों को राज्य में ही रोजगार देगी योगी सरकार | |
बीएस संवाददाता / 04 19, 2020 | | | | |
कोरोनावायरस के कारण देश भर में चल रहे लॉकडाउन में रोजगार गंवाकर दिल्ली, मुंबई और पंजाब उत्तर प्रदेश लौटे लाखों मजदूरों को योगी आदित्यनाथ सरकार अब प्रदेश में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएगी। योगी सरकार की एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के जरिये इन
प्रवासी मजदूरों को गांवों में ही काम मिल जाएगा। कोरोना संकट के दौरान मास्क और अन्य जरूरी चीजें बना रही महिलाओं के उत्पादों की बिक्री भी ओडीओपी के तहत की जाएगी।
कोरोना संकट से निपटने के लिए आज प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम 11 के साथ बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि पिछले 45 दिनों में देश के विभिन्न राज्यों से प्रदेश लौटे लगभग 5 लाख श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए समिति गठित की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि समिति इन श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर दिलाएगी ताकि परदेस से लौटे मजदूर प्रदेश की ताकत बनें और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करें। यह समिति बैंकों के जरिये ऋण मेले और रोजगार मेले भी आयोजित करह्वाएगी ताकि लोगों को रोजगार के अधिक से अधिक मौके मुहैया कराए जा सकें। समिति एमएसएमई के तहत विभिन्न उद्योगों में रोजगार के अवसर सृजित करने की संभावनाएं भी तलाशेगी। बाहर से लौटे मजदूरों को मनरेगा के तहत काम देने के लिए जरूरी जॉब कार्ड भी तुरंत बनवाए जा रहे हैं और सोमवार से मनरेगा के तहत गांवो में काम शुरू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार के अधिक से अधिक अवसर पैदा करने के लिए भारत सरकार ने रिवॉल्विंग फंड में जो बढ़ोतरी की है, उससे महिला स्वयंसेवी समूहों को सिलाई, अचार, मसाला उत्पादन में रोजगार मुहैया कराया जाएगा।
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