आयकर विभाग ने मंगलवार तक 10.3 लाख करदाताओं का कुल मिलाकर 4,250 करोड़ रुपये रिफंड जारी कर दिया। यह सरकार के दिशानिर्देशों के बाद किया गया है, जिसमें कहा गया था कि विभाग 5 लाख रुपये तक के कर रिफंड में तेजी लाए। वित्त मंत्रालय ने कोरोनावारस के कारण हुई देशबंदी के दौरान आई नकदी की कमी को देखते हुए लोगों व कारोबारियों को मदद करने के लिए ऐसा कहा था।
इस रिफंड से कोविड-19 संकट का सामना कर रहे करीब 14 लाख व्यक्तिगत और कारोबारी आयकरदाताओं को राहत पहुंचेगी। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सीबीडीटी ने 14 अप्रैल, 2020 तक 10.2 लाख आयकरदाताओं को 4,250 करोड़ रुपये का रिफंड जारी कर दिया। इस सप्ताह करीब 1.75 लाख और करदाताओं को रिफंड भेजा जा रहा है। सीबीडीटी ने कहा कि यह रिफंड पांच से सात कार्यदिवसों में आयकरदाताओं के खातों में डाल दिया जाएगा। सीबीडीटी व्यक्तिगत आयकर और कंपनी कर के मामलों से जुड़ी प्रत्यक्ष कर क्षेत्र की शीर्ष सरकारी संस्था है। उसने पिछले वित्त वर्ष में कुल 1.84 लाख करोड़ रुपये के 2.50 करोड़ रिफंड जारी किये थे। विभाग ने कहा है कि करीब 1.74 लाख मामलों में करदाताओं को भेजे गये ई-मेल पर उनके जवाब का इंतजार है। उनसे उनके रिफंड का पुरानी बकाया कर मांग के साथ समाधान किए जाने के बारे में पूछा गया है। इसके लिए रिमांडर भी भेजा गया है जिसमें सात दिन के भीतर उनसे जवाब देने को कहा गया है ताकि रिफंड प्रक्रिया को जल्द से जल्द प्रसंस्कृत किया जा सके। करदाता इसके लिये अपने ई-फाइलिंग खाते में लागइन करके विभाग को जवाब दे सकते हैं।
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