विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) के ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी-मार्च 2020 की तिमाही में स्वर्ण-केंद्रित एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों (ईटीएफ) में 23 अरब डॉलर या 298 टन का शुद्घ निवेश हुआ। यह अमेरिकी डॉलर संदर्भ में सबसे बड़ी तिमाही रकम है और वर्ष 2016 के बाद टन के संदर्भ में सबसे बड़ा आंकड़ा है। डब्ल्यूजीसी ने कहा है, 'पिछले साल के दौरान, गोल्ड ईटीएफ में 659 टन का इजाफा हुआ, जो वित्तीय संकट के बाद से सालाना आधार पर सर्वाधिक है। समान अवधि के दौरान इन ईटीएफ का एयूएम 57 फीसदी बढ़।'
डब्ल्यूजीसी के अनुसार, तेज वृद्घि को कोरोनावायरस महामारी के बीच निवेशकों द्वारा सुरक्षित दांव पर जोर दिए जाने की प्रवृति से बढ़ावा मिला। इस महामारी से वैश्विक अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई है और कई वैश्विक इक्विटी बाजार मंदी के दौर में आ गए हैं तथा सुरक्षित समझी जाने वाली परिसंपत्तियों की मांग बढ़ी है।
आगे की राह
वैश्विक रूप से, गोल्ड ईटीएफ ने मार्च 2020 में 8.1 अरब डॉलर का शुद्घ पूंजी प्रवाह दर्ज किया और 151 टन सोना जोड़ा, जिसके साथ ही इसमें कुल निवेश बढ़कर 3,185 टन के सर्वाधिक ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। डब्ल्यूजीसी ने कहा है, 'कारोबार मात्रा और एयूएम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गईं क्योंकि सोने में उतार-चढ़ाव बढ़कर वित्तीय संकट के दौरान दर्ज किए गए स्तरों के बराबर पहुंच गया है, लेकिन सोने की कीमतों का प्रदर्शन मार्च में अमेरिकी डॉलर के संदर्भ में काफी हद तक सपाट बना रहा। हालांकि महीने का समापन अपरिवर्तित रूप से 1,609 डॉलर प्रति औंस पर होने के बावजूद मार्च के दौरान सोना अस्थिर रहा। सभी अवधियों में सोने में इस तरह की अस्थिरता का स्तर 2011 में यूरोपीय ऋण संकट के दौरान देखा गया था।'
मार्च 2020 में यूरोपीय फंडों के नेतृत्व में क्षेत्रीय पूंजी प्रवाह 84 टन (414 अरब डॉलर, 5.8 प्रतिशत एयूएम) बढ़ा, जबकि उत्तर अमेरिकी फंडों ने 57 टन (3.2 अरब डॉलर) का सोना जोड़ा।