वधावन भाइयों को यात्रा की अनुमति देने पर अधिकारी नपे | एजेंसियां / मुंबई April 10, 2020 | | | | |
महाराष्ट्र सरकार ने लॉकडाउन (बंद) के बावजूद डीएचएफएल के प्रवर्तकों कपिल वधावन और धीरज वधावन को यात्रा करने की अनुमति देने के लिए एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ गुप्ता को शुक्रवार को अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया। राज्य सरकार ने उनके खिलाफ जांच शुरू की है। डीएचएफएल के प्रवर्तक वधावन बंधु, उनके परिवार और करीबी दोस्त लॉकडाउन के बावजूद पुणे के पास खंडाला से सातारा जिले में महाबलेश्वर गए। मामला सामने आने के बाद राज्य में सियासी तापमान बढ़ गया है।
गृह विभाग में विशेष प्रधान सचिव गुप्ता ने वधावन भाइयों को यात्रा के लिए कथित तौर पर अनुमति पत्र दिया था। गृह मंत्री अनिल देशमुख ने ट्वीट किया, 'माननीय मुख्यमंत्री के साथ विचार-विमर्श के बाद प्रधान सचिव (विशेष) अमिताभ गुप्ता को उनके खिलाफ शुरू होने वाली जांच लंबित रहने तक तत्काल प्रभाव से अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया गया है।'
देशमुख ने कहा कि अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज सौनिक यह जांच करेंगे। कपिल और धीरज येस बैंक तथा डीएचएफएल धोखाधड़ी मामलों में आरोपी हैं। विपक्षी भाजपा ने वधावन परिवार के सदस्यों को यात्रा की अनुमति दिए जाने की आलोचना की है। पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'क्या महाराष्ट्र में अमीरों और धनवानों के लिए कोई लॉकडाउन नहीं है? कोई भी पुलिस की आधिकारिक अनुमति से महाबलेश्वर में छुट्टिïयां बिता सकता है।' भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने आरोप लगाया कि इस घटना के बाद गृह विभाग में प्रधान सचिव (विशेष) अमिताभ गुप्ता को अनिवार्य अवकाश पर भेजने की सरकार की कार्रवाई महज दिखावा है।
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