टाटा, बजाज समेत 277 प्रवर्तकों ने बढ़ाई समूह फर्मों में हिस्सेदारी | दीपक कोरगांवकर और पुनीत वाधवा / मुंबई/नई दिल्ली March 30, 2020 | | | | |
बेंचमार्क सूचकांकों में जनवरी 2020 के उच्चस्तर से 40 फीसदी की गिरावट ने कंपनियों के प्रवर्तकों को समूह की फर्मों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। कंपनियों की तरफ से स्टॉक एक्सचेंजों को भेजी गई सूचना के मुताबिक, 277 बड़ी व मिडकैप कंपनियों के प्रवर्तकों ने मार्च में खुले बाजार से 3,745 करोड़ रुपये के 26.7 करोड़ शेयरों की खरीद की।
पिछले दो महीने में भारतीय बाजारों में अप्रत्याशित गिरावट देखने को मिली है और निफ्टी-50 और एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स 20 जनवरी, 2020 के अपने-अपने सर्वोच्च स्तर से क्रमश: 40 फीसदी और 39 फीसदी टूटे हैं। इस महीने अब तक बेंचमार्क सूचकांकों में 23 फीसदी की गिरावट आई है। पिछले हफ्ते सूचकांकों ने मई 2016 के बाद के सबसे निचले स्तर को छू लिया था।
विश्लेषकों ने कहा कि प्रवर्तकों की तरफ से पुनर्खरीद के लिए इस मौके का इस्तेमाल मंदी के बाजार की सामान्य विशेषता है, जो दो आधारभूत मसकद पूरा करता है, पहला - हम आकर्षक कीमत पर शेयर खरीदते हैं और दूसरा, शेयरधारकों को भरोसा होता है कि प्रवर्तक मुश्किल समय में भी कंपनी को सहारा दे रहे हैं। इसके अलावा कुछ प्रवर्तकों का यह भी मानना है कि सावधि जमा में निवेशित रहने या नकदी के बेकार पड़े रहने के बजाय पुनर्खरीद के जरिए नकदी का बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है।
इक्विनॉमिक्स रिसर्च के संस्थापक और प्रबंध निदेशक जी चोकालिंगम ने कहा, हिस्सेदारी में बढ़ोतरी की वजह कीमतों में गिरावट है। अगर नियोजित पूंजी पर रिटर्न दो अंकों में है और कंपनी का फंडामेंटल ठीक है तो यह कंपनी के लंबी अवधि के उद्देश्य को भी सही ठहराता है। अगर प्रवर्तक के पास नकदी है तो उस जगह निवेश करना हमेशा ही लाभकारी होगा जहां आने वाले दिनों में बेहतर रिटर्न मिल सकता है। मंदी के ऐसे बाजार में पुनर्खरीद बेहतर होता है क्योंकि इनमें बैंकों की सावधि जमाओं या किसी अन्य निवेश के बजाय बेहतर रिटर्न मिल सकता है।
प्रवर्तकों की तरफ से सबसे ज्यादा खरीद टाटा केमिकल्स, टाटा स्टील, इंडियन होटल्स, टाटा मोटर्स, टाटा पावर और टाटा कंज्यूमर समेत टाटा समूह कंपनियों, बजाज समूह की फर्मों बजाज फाइनैंस, बजाज फिनसर्व, बजाज होल्डिंग्स और बजाज ऑटो और गोदरेज समूह की कंपनियां गोदरेज इंडस्ट्रीज और गोदरेज एग्रोवेट में हुई।
टाटा संस ने माह के दौरान समूह की छह कंपनियों के 1,011 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। टाटा स्टील, इंडियन होटल्स कंपनी और टाटा पावर के शेयर कैलेंडर वर्ष 2020 में 38 फीसदी से लेकर 46 फीसदी तक टूटे हैं। दूसरी ओर, एम्फैसिस के प्रवर्तक मार्बल-2 ने 75 लाख शेयर खरीदे, जो कुल मिलाकर 4 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है। उन्होंने खुले बाजार से 525 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। सूचना प्रौद्योगिकी फर्म का शेयर 23 मार्च को 52 हफ्ते के निचले स्तर 612 रुपये को छू गया और कैलेंडर वर्ष 2020 में यह 33 फीसदी टूटा है।
आईडीबीआई कैपिटल के शोध प्रमुख ए के प्रभाकर ने भी कहा कि पुनर्खरीद के लिए प्रवर्तक इस मौके का इस्तेमाल खुदरा निवेशकों के बीच भरोसा पैदा करने के लिए कर रहे हैं।
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