कोविड-19 के बीच दूरसंचार क्षेत्र सुरक्षित दांव | राम प्रसाद साहू / March 29, 2020 | | | | |
भारती एयरटेल समेत दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियों के शेयर पिछले कुछ कारोबारी सत्रों के दौरान दूरसंचार क्षेत्र में सबसे ज्यादा तेजी दर्ज करने वाले शेयरों में शामिल रहे। शेयरों में यह तेजी इस उम्मीद से भी आई कि पिछली तिमाही में शुल्क वृद्धि और फ्लोर टैरिफ में वृद्धि से उन्हें मौजूदा लॉकडाउन के बीच राजस्व पर प्रभाव की भरपाई करने में मदद मिलेगी। भारती में पिछले चार दिन के दौरान 9 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी आई।
एमके रिसर्च के विश्लेषकों का मानना है कि दूरसंचार क्षेत्र मौजूदा परिवेश में बेहद सुरक्षित दांव में से एक बना हुआ है। दूरसंचार उन कुछ सेवाओं में से एक है जिन्हें लॉकडाउन के दायरे से बाहर रखा गया है। जहां ब्रोकरों ने भारती और रिलायंस जियो जैसी दूरसंचार कंपनियों के लिए ग्राहक अनुमानों में कटौती की है, लेकिन उन्होंने औसत राजस्व प्रति उपयोगकर्ता (एआरपीयू) अनुमानों को नहीं घटाया है। उन्होंने मार्च तिमाही के लिए जियो की कुल ग्राहक वृद्धि के अनुमान को पूर्व के 1.9 करोड़ से घटाकर 1.4 करोड़ कर दिया है। हालांकि लॉकडाउन से ग्राहक जोडऩे की क्षमता प्रभावित होने की आशंका है, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि कंपनियों को दिसंबर में दर में 30 प्रतिशत तक की वृद्धि से राजस्व दबाव की भरपाई करने में मदद मिल सकती है।
सीएलएसए के विश्लेषकों का मानना है कि जहां निचले स्तर के ग्राहकों की संख्या में कमी का जोखिम बढ़ रहा है और दोहरे सिम के इस्तेमाल में कमी की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकेगा, वहीं खासकर डेटा उपयोगकर्ताओं के संदर्भ में उपयोग बढऩे की संभावना है। डेटा उपयोगकर्ताओं का भारती एयरटेल के 28.3 करोड़ ग्राहकों में लगभग 50 प्रतिशत का योगदान है। इसके अलावा, कंपनी के 45-50 प्रतिशत रिचार्ज ऑनलाइन के जरिये होते हैं, जो लॉकडाउन को देखते हुए सकारात्मक बात है।
अन्य सकारात्मक बदलाव समान शुल्कों का क्रियान्वयन हो सकता है, जिसका दूरसंचार ऑपरेटरों द्वारा अनुरोध किया गया है। इससे दरों में 50 प्रतिशत तक की वृद्धि देखी जा सकती है और इससे दूरसंचार कंपनियों को अपना एआरपीयू सुधारने में मदद मिल सकती है। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज का मानना है कि भारती एयरटेल का परिचालन लाभ वित्त वर्ष 2021 में 15 प्रतिशत बढ़कर 40,000 करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा।
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