कोरोनावायरस की मार सब्जियों के कारोबार पर पड़ रही है। दिल्ली की मंडियों में खरीदार कम आने और सब्जियों की बाहरी राज्यों को आपूर्ति बाधित होने से इनकी बिक्री में भारी कमी देखी जा रही है। बिक्री गिरने से सब्जियों की कीमतों में गिरावट आई है। कुछ दिन पहले महंगे बिकने वाले आलू-प्याज भी अब सस्ते हो गए हैं। कारोबार में गिरावट से कारोबारियों में मंडी बंद करने की चर्चा हो रही है। हालांकि अभी मंडी कारोबारी और प्रशासन मंडी बंद नहीं करने की बात कह रहे हैं। कृषि उपज विपणन समिति यानी एपीएमसी आजादपुर के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने बताया कि आजादपुर मंडी से दिल्ली के पडोसी राज्यों को आपूर्ति की जाती है। दिल्ली में फल-सब्जियों की भरी गाड़ी तो आने दे रहे हैं, लेकिन खाली गाडिय़ों को रोक रहे हैं। सब्जी के मंडी से बाहर न जाने के कारण इनकी बिक्री में 50 से 60 फीसदी गिरावट आ चुकी है। बिक्री गिरने से इनके दाम भी कम हुए हैं। पिछले सप्ताह मांग बढने से महंगे हुए आलू-प्याज के दाम भी अब गिर चुके हैं। 1500 से 2500 रुपये बिकने वाला प्याज अब 1000 से 1750 रुपये क्विंटल बिक रहा है। आलू के दाम 1100 से 1800 रुपये से घटकर 1000 से 1600 रुपये क्विंटल रह गए हैं। आजादपुर मंडी के सब्जी कारोबारी बलवीर सिंह कहते हैं कि 350 रुपये में बिकने वाली टमाटर की पेटी यानी 25 किलो अब 250 रुपये में मिल रही है। लौकी, तोरई, पालक समेत अन्य सब्जियों की कीमतें भी गिरी हैं। चैंबर आफ फ्रूट ऐंड वेजिटेवल आजादपुर के महासचिव और फल कारोबारी राजकुमार भाटिया ने बताया कि आजादपुर में उत्पादक राज्यों से फल की बडे पैमाने पर आपूर्ति होती हैं और यहां से दूसरे राज्यों को भी इसकी आपूर्ति की जाती है। खाली गाडियों पर बंदिश से इसकी बाहरी राज्यों को आपूर्ति न होने से बिक्री घटी है और दाम भी कम हुए हैं। सुस्त बिक्री से परेशान कारोबारी उत्पादकों से फल कम भेजने को कह रहे हैं। सब्जी कारोबारी अनिल मल्होत्रा ने बताया कि सब्जी कारोबारी जान जोखिम में डालकर मंडी में काम कर रहे हैं, लेकिन पुलिस द्वारा खाली गाडियों पर रोक से कारोबार में नुकसान झेलना पड़ रहा है। मंडी में मजदूर भी कम है और सब्जियां न बिकने से खराब होने लगी हैं। ऐसी ही हालत आगे रही तो मजबूरी में मंडी में कारोबार बंद करना पड़ सकता है। एपीएमसी आजादपुर के अध्यक्ष आदिल खान ने कहा कि आपूर्ति बाधित है, लेकिन मंडी बंद नहीं होगी। आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पुलिस से भी बात हो रही है। एपीएमसी एक टोल फ्री नंबर जारी करेगा, जिस पर कारोबारी, आपूर्तिकर्ता और किसान संपर्क कर सकते हैं।
