कई भारतीय कंपनियों के विदेशी ऋण की मार्च के अंत तक अथवा उसके बाद होने वाली अदायगी महंगी हो जाएगी। बैंकरों ने चेताया है कि रुपये में गिरावट और कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण लगभग सभी कंपनियों का नकदी प्रवाह प्रभावित होगा। बैंकरों ने कहा कि शीर्ष उद्योग घरानों के कई अरब डॉलर के विदेशी ऋण ऐसे हैं जिनका पुनर्भुगतान मार्च और उसके बाद की तिमाहियों किया जाना है। एक बैंकर ने कहा, 'अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया जनवरी से अब तक करीब 4 फीसदी कमजोर हुआ है। ऐसे में पुनर्भुगतान और पुनवित्तपोषण के बीच कंपनी द्वारा कोई भी विकल्प चुनने पर उसे अधिक भुगतान करना पड़ेगा।'
वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने चेताया है कि यदि बॉन्ड बाजार में चुनौतियां बरकरार रहीं तो कॉरपोरेट नकदी प्रवाह पर गंभीर दबाव दिख सकता है। रेटिंग एजेंसी ने कहा, 'हाल के सप्ताह में निर्गम का अभाव और मुनाफे में जबरदस्त गिरावट की आशंका के कारण कुछ क्षेत्रों में कंपनियों के नकदी प्रवाह पर दबाव दिखेगा। बॉन्ड बाजार में तात्कालिक बंदी को ऊंची रेटिंग वाली कंपनियां झेल सकती हैं और वित्तपोषण के वैकल्पिक स्रोतों को बरकरार रख सकती हैं। जबकि कमजोर नकदी प्रवाह और निकट भविष्य में बॉन्ड अदायगी के साथ कम रेटिंग वाली कंपनियों के लिए जोखिम कहीं अधिक बढ़ जाएगा।'
बैंकरों ने कहा कि कुछ कंपनियां अपने विदेशी ऋण की अदायगी में चूक कर सकती हैं क्योंकि बंदी के कारण बिक्री में गिरावट होने से उनका नकदी प्रवाह प्रभावित हुआ है। ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय कंपनियों को जून तिमाही में 7.5 अरब डॉलर के विदेशी ऋण का पुनर्भुगतान करना है। एयर इंडिया को अगले महीने 13.5 करोड़ डॉलर अदा करना है जबकि भारतीय स्टेट बैंक को 1.2 अरब रुपये का पुनर्भुगतान करना है। अन्य बड़ी कंपनियों में आरआईएल को अगले महीने 55 करोड़ डॉलर का विदेशी ऋण पुनर्भुगतान करना है।
वित्तीय अनुसंधान फर्म क्रेडिटसाइट्ïस ने अपनी एक रिपोर्ट में चेताया है कि वेदांत रिसोर्सेज को अपने डॉलर बॉन्ड के पुनर्भुगतान में नकदी संकट का सामना करना पड़ सकता है। कंपनी का डॉलर बॉन्ड मार्च 2021 तक परिपक्व होने वाला है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि तेल एवं धातु कीमतों में गिरावट और कोरोनावायरस वैश्विक महामारी के कारण वेदांत रिसोर्सेज के बिना जमानत वाले डॉलर बॉन्डधारकों को शून्य रिकवरी होने की आशंका है।
हालांकि वेदांत के एक अधिकारी ने कहा कि कंपनी पहले कभी चूक नहीं की है और उसका दमदार वृद्धि देने का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। कंपनी ने सभी ऋणधारकों की देनदारी समय पर चुकाती रही है। वेदांत के प्रवक्ता ने कहा, 'वेदांत ने पिछले 15 वर्षों के दौरान 15 फीसदी सीएजीआर के साथ उत्पादन में वृद्धि दर्ज की है और अब वह अपने विश्वस्तरीय परिसंपत्ति आधार में दमदार वृद्धि के साथ अगले चरण की ओर अग्रसर है।'
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