घर से काम करने पर बढ़े ओटीटी शो के दर्शक | सोहिनी दास / March 19, 2020 | | | | |
कोरोनावायरस के मामले बढऩे के साथ ही कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा है ऐसे में पिछले कुछ दिनों में ओवर दि टॉप (ओटीटी) प्लेटफॉर्म पर दर्शकों की तादाद में तेजी देखी जा रही है। ज्यादातर ओटीटी मंच पर दर्शकों की तादाद में 20 फीसदी का इजाफा हुआ है खासतौर पर दिल्ली, मुंबई और बेंगलूरु जैसे महानगरों के दर्शकों में बढ़ोतरी हुई है।
दफ्तर में आने जाने पर रोजाना खर्च होने वाला समय बच रहा है ऐसे में लोग ऑनलाइन वीडियो सामग्री देखने के लिए ज्यादा वक्त दे पा रहे हैं। एक भारतीय ओटीटी मंच के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'सुबह का ज्यादातर वक्त दफ्तर आने-जाने और फिर फोन कॉल में खर्च हो जाता है। लेकिन अब टीवी पर भी सामग्री देखने की रफ्तार में तेजी दिख रही है।'
ज़ी5 की सामग्री भी खूब देखी जा रही है। इसके प्रवक्ता ने बताया, 'पिछले हफ्ते से लोग घर से काम कर रहे हैं इसी वजह से दर्शकों में बढ़ोतरी दिख रही है।' ज़ी5 की सामग्री देखने वाले भी ज्यादातर महानगरों के लोग हैं और दर्शक विभिन्न भाषाओं की सामग्री देख रहे हैं।
हंगामा डिजिटल मीडिया के संस्थापक और सीईओ नीरज रॉय कहते हैं, 'कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए ज्यादातर कंपिनयों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की इजाजत दे दी है या फिर कुछ कंपनियां ऐसा करने की प्रक्रिया में हैं। हमने 1 मार्च से 16 मार्च के बीच हंगाम प्ले पर स्ट्रीमिंग की तादाद में 20 फीसदी का इजाफा देख रहे हैं। इन आंकड़ों में और बढ़ोतरी का अनुमान है क्योंकि लोग संक्रमण के डर से एक-दूसरे से दूरी बरत रहे हैं ऐसे में सामाजिक संवाद की कमी डिजिटल माध्यम के जरिये पूरी की जा रही है।'
रॉय ने कुछ और दिलचस्प रुझानों की तरफ इशारा किया। स्ट्रीमिंग की तादाद बढऩे के अलावा हंगामा पर कुछ खास वक्त पर दर्शक मिलते हैं। उनका कहना है, 'सुबह में 8 बजे से 10.30 बजे के बीच दर्शकों की तादाद ज्यादा होती है और अब सुबह 11.30 बजे तक दर्शक ऑनलाइन कंटेंट देख रहे हैं।'
वहीं शाम में भी पहले के 8 बजे के बजाय अब 6 बजे के बाद ही दर्शकों की तादाद बढ़ जाती है जो मध्यरात्रि तक जारी रहता है। रॉय कहते हैं, 'हमने वीडियो देखने वाले दर्शकों की संख्या में दोपहर 1 बजे से 3 बजे के बीच भी तेजी देखी है जो आमतौर पर लंच का वक्त होता है।' अब तक दिल्ली, मुंबई और बेंगलूरु जैसे महानगरों में दर्शकों की तादाद में वृद्धि देखी जा रचही है जहां लोग छोटे शहरों की तुलना में दफ्तर जाने में ज्यादा वक्त खर्च करते हैं। हालांकि ओटीटी मंचों को उम्मीद है कि छोटे शहरों में भी ऐसा रुझान जल्द ही देखा जाने लगेगा क्योंकि अगले एक महीने तक संक्रमण की वजह से लोग एक-दूसरे से दूरी बनाकर रहेंगे। वायकॉम 18 के ओटीटी मंच वूट ने भी इस महीने के शुरुआत में सब्सक्रिप्शन आधारित मंच वूट सेलेक्ट लॉन्च किया है। इसमें कुछ ओरिजिनल सीरीज वाली सामग्री भी दी जा रही है।
वूट सेलेक्स नया मंच है और वायकॉम 18 के युवा, म्यूजिक और अंग्रेजी मनोरंजन प्रमुख फरजाद पालिया कहते हैं दर्शक सबस्क्रिप्शन आधारित सामग्री की मांग भी कर रहे हैं क्योंकि उनके पास अब अतिरिक्त समय भी है। पालिया ने बिजऩेस स्टैंडर्ड से कहा, 'हम 60 दिनों में जितने दर्शकों को जोडऩे की उम्मीद कर रहे थे उतना पहले 10 दिनों में ही हो चुका है।'
इस बीच टेलीविजन सीरीज और फिल्मों की शूटिंग रुक गई है। आमतौर पर चैनल किसी सीरियल के तीन से चार एपिसोड पहले से ही रखते हैं। लेकिन शूटिंग बंद होने की वजह से सीरियल से जुड़े नए टेलीविजन कंटेंट की रफ्तार धीमी होगी और प्रसारकों को पुराने एपिसोड का प्रसारण करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। देश के एक अन्य ओटीटी प्लेटफॉर्म ने बताया कि दर्शक सीरियलों के पुराने एपिसोड भी देख रहे हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'ओटीटी के दर्शकों में 15-20 फीसदी की बढ़ोतरी देखी जा रही है क्योंकि दर्शकों के पास सीमित विकल्प है।' कई ओटीटी मंचों को यह भी उम्मीद है कि जो दर्शक इस वक्त उनसे जुड़े हैं वे आगे भी ऑनलाइन वीडियो देखना जारी रखेंगे।
बढ़े विज्ञापनदाता?
फूड और ऑनलाइन डिलिवरी सेवाओं जैसी श्रेणियों में भी दबाव दिख रहा है। कोरोनावायरस की वजह से बड़े इवेंट मसलन इंडियन प्रीमियर लीग का आयोजन टाल दिया गया है। यह विज्ञापनदाताओं और विज्ञापन खर्च के लिहाज से बड़ा मंच हुआ करता है। ऐसे में डिजिटल और ओटीटी मंचों पर विज्ञापन खर्च बढऩे के आसार हैं।
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