वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक कोरोनावायरस के वैश्विक प्रसार और भारत की अर्थव्यवस्था व शेयर बाजार पर पडऩे वाले उसके असर पर नजर बनाए हुए हैं और सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। साथ ही मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने कहा कि विभिन्न केंद्रीय बैंकों द्वारा की गई कार्रवाई और महंगाई की स्थिति को देखते हुए ब्याज दरों में कटौती का मामला बनता है। यह बयान रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की होने वाली बैठक के बाद आया है, जो 1 अप्रैल को होने वाली है। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद हुए संवाददाता सम्मेलन के बाद सीतारमण ने कहा, 'वैश्विक बाजारों में बहुत ज्यादा उतार चढ़ाव है। हम स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। वैश्विक असर के कारण भारत के शेयर बाजार पर भी असर पड़ा है। वैश्विक रूप से गंभीर स्थिति देखी जा रही है। हम मौजूदा स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। रिजर्व बैंक के साथ मिलकर हम निगरानी कर रहे हैं और यह सुनिश्चित करने की कवायद की जा रही है कि जरूरी कदम समय पर उठाए जाएं।' उन्होंने कहा, 'विभिन्न क्षेत्रों के साथ संबंधित विभागोंं की करीब रोजाना बातचीत हो रही है। प्रभावित उद्योगों की जरूरतेंं पूरी करने की हम कवायद कर रहे हैं और यह कवायद की जा रही है कि सभी संबंधित विभाग अपने क्षेत्रों से जुड़े मामलों में हस्तक्षेप करें।' मौद्रिक नीति समिति की ओर से दरों में कटौती किए जाने के बारे में वित्त मंत्री ने कहा, 'रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा है कि वह वैश्विक स्थिति को बहुत साफतौर पर देख रहे हैं और समय के मुताबिक फैसला किया जाएगा। मुझे भरोसा है कि वह अपनी तरफ से जरूरी कदम उठाएंगे।' इसके पहले संवाददाताओं से बातचीत में सुब्रमण्यन ने भी कहा कि दरों में कटौती की संभावना है। उन्होंने कहा, 'इस पर गंभीरता से विचार किए जाने की जरूरत है। अन्य केंद्रीय बैंकों ने प्रतिक्रिया दी है और महंगाई के आंकड़े इसका समर्थन करते हैं।' उन्होंने कहा, 'हम यह भी उममीद करते हैं कि प्रमुख महंगाई दर आगे और नीचे जाएगी क्योंकि तेल की कीमतें कम हो रही हैं। ऐसे में मेरा मानना है कि केंद्रीय बैंंक को इन विभिन्न पहलुओं पर विचार करने की जरूरत है।' उन्होंने कहा कि पर्यटन, होटल, रेस्टोरेंट और मूवी जैसे सेवा क्षेत्र कोरोनावायरस के कारण हुई बंदी से प्रभावित हो रहे हैं और सरकार इन क्षेत्रों की लगातार निगरानी कर रही है। सुब्रमण्यन ने कहा कि सरकार आंकड़ों पर बहुत सावधानी से लगातार देख रही है और सरकार व रिजर्व बैंक सभी जरूरी कदम उठाएंगे।
